पटना, १६ जुलाई। स्मृति शेष कवि घनश्याम छंद पर अधिकार रखने वाले एक गम्भीर और संवेदनशील शायर थे। उनकी शायरी में जमाने का दर्द भी था और उसकी दवा भी थी। उनका भाव-पक्ष भी श्रेष्ठ था और कला-पक्ष भ... Read more
पटना, ९ अगस्त। काव्य-सृजन के लिए आवश्यक भाव-संपदा से अत्यंत संपन्न और विदुषी कवयित्री हैं डौली बगड़िया ‘अनिल’। इनकी रचनाओं में नारी-मन की सुमधुर और मनोवैज्ञानिक अभिव्यक्ति मिलती... Read more
पटना, ७ जुलाई। संस्कृत और हिन्दी के उद्भट विद्वान आचार्य देवेंद्रनाथ शर्मा अलंकार-शास्त्र के भी महापण्डित थे। उन्हें पुरातन भारतीय ज्ञान का नूतन संस्करण भी कहा जा सकता है। भारतीय दर्शन और वै... Read more
पटना, ४ जुलाई। अनेक अलक्षित साहित्यकारों को प्रकाश में लाने वाले स्तुत्य लेखक डा सुरेंद्र प्रसाद जमुआर तथा सुख्यात शल्य-चिकित्सक डा जितेंद्र सहाय, हिन्दी की अमूल्य सेवा करने वाले प्रणम्य साह... Read more
पटना, १८ जून। महात्मा गांधी के अवज्ञा आंदोलन में अनेको बार जेल की यातना सहने वाले महान स्वतंत्रता सेनानी साँवलिया बिहारी लाल वर्मा भारत के एक ऐसे आदरणीय महापुरुष थे, जिन्होंने अपना संपूर्ण ज... Read more
पटना, ३ जून। “हृदय तरल ही चाहिए, इसकी बड़ी बिसात/ हृदय-शून्य जग हो रहा, करें हृदय की बात” —– “तरल तरल ही मन रहे, तरल तरल सब लोग/ हमें तरलता जोड़ती, सूखापन है रोग... Read more
पटना, २७ मई। मुंबई में अपनी गायिकी से धूम मचा रहे, सुविख्यात भजन और ग़ज़ल गायक सत्यम आनंदजी ने अपनी जादूई आवाज़ से, बिहार की सबसे बड़ी साहित्यिक संस्था बिहार हिन्दी साहित्य सम्मेलन में संगीत... Read more