पटना, २९ सितम्बर। अखिल भारतीय सर्व भाषा समन्वय समिति के तत्वावधान में नगर के एग्जीबिशन रोड स्थित आध्यात्मिक सत्संग समिति के सभागार में विश्व स्तरीय पत्रिका “प्रज्ञान विश्वम” का लोकार्पण हुआ।... Read more
पटना, २८ सितम्बर । कला, संगीत और साहित्य के संरक्षण और पोषण में बिहार के जिन राज-घरानों के नाम आदर से लिए जाते हैं, उनमें बनैली-राज का नाम विशेष उल्लेखनीय है। अपेक्षाकृत बहुत छोटा होकर भी बन... Read more
पटना, 19सितम्बर। बिहार हिन्दी साहित्य सम्मेलन का 105वाँ स्थापना दिवस समारोह आगामी 19अक्टूबर को आहूत किया जाएगा। इस अवसर पर सम्मेलन द्वारा दी जाने वाली सर्वोच्च मानद उपाधि ‘विद्या वाचस्... Read more
पटना, १५ सितम्बर। भारत की राष्ट्र-भाषा’ शीघ्र घोषित हो, इस हेतु जन-अभियान चलाने के संकल्प के साथ, बिहार हिन्दी साहित्य सम्मेलन के तत्त्वावधान में, गत १ सितम्बर से आयोजित ‘हिन्दी-... Read more
पटना, १४ सितम्बर। हिन्दी भारत की सबसे लोकप्रिय भाषा है। वह दिन दूर नहीं जब यह अपनी वैज्ञानिकता और सरसता के कारण हर जिह्वा पर छा जाएगी। पूरी दुनिया में इसकी गूंज होगी, जिस पर प्रत्येक भारत-वा... Read more
पटना, १३ सितम्बर। सभाओं में यह प्रायः ही देखा जाता है कि व्याख्यान देने वाले वक्ता, किसे और कैसे संबोधन करें यह भी नहीं जानते। सौ में निन्यानवे वक्ताओं को, व्याख्यान का व्याकरण नहीं पता होता... Read more
पटना, १२ सितम्बर । बिहार हिन्दी साहित्य सम्मेलन में लगाए गए ‘पुस्तक-चौदस-मेला’ और हिन्दी सप्ताह के १२वें दिन, मंगलवार को, विद्यार्थियों के लिए स्वरचित काव्य-पाठ प्रतियोगिता... Read more
पटना, ११सितम्बर। ‘कर्ण’ और ‘कैकेयी’ जैसे अमर प्रबंध-काव्यों के महान रचयिता महाकवि केदार नाथ मिश्र ‘प्रभात’ हिन्दी काव्य-साहित्य के एक ऐसे अनमोल रत्न हैं,... Read more
पटना ब्यूरो , १० सितम्बर। कथा में रोचकता और उद्देश्य की गम्भीरता आवश्यक है। कहानी का एक उद्देश्य पाठकों के मन का रंजन तो है, पर यही एक मात्र उद्देश्य नहीं, अपितु जिससे लोक-मंगल हो, समाज में... Read more
पटना, ९ सितम्बर। हिन्दी के काव्य-साहित्य में, महाकवि तुलसी दास के पश्चात लोक-जागरण के लिए जिसे ‘लोक-नायक’ कहा जा सकता है, उस महान साहित्यकार का नाम भारतेंदु हरिश्चन्द्र है। आधुनि... Read more
पटना, 8सितम्बर। कथा-लेखन से विद्यार्थियों में कल्पना-शक्ति और सृजन-शीलता का विकास होता है। यह रचनात्मक-प्रतिभा के विकास में अत्यंत महत्त्वपूर्ण प्रवृत्ति है। प्रत्येक विद्यार्थी को कथा-लेखन... Read more
पटना, ७ सितम्बर । बिहार हिन्दी साहित्य सम्मेलन में आयोजित हिन्दी पखवारा एवं ‘पुस्तक-चौदस-मेला’ सातवें दिन, गुरुवार को, विद्यार्थियों के लिए ‘निबन्ध-लेखन प्रतियोगिता’... Read more