पटना, ३० सितम्बर। माना जाता है कि व्यंग्य कटु होते हैं। पाठकों को चूभते हैं। लेकिन लोगों को यह भी जाना चाहिए कि व्यंग्य का एक स्तर ऐसा भी होता है, जो हृदय को गुदगुदाता भी है। एक ऐसी कटाक्ष उ... Read more
पटना, २८ सितम्बर। संत साहित्य के मर्मज्ञ आचार्य थे डा धर्मेंद्र ब्रह्मचारी शास्त्री। वे साहित्य में शोध और अनुशीलन के आदर्श-पुरुष थे। उनका संपूर्ण जीवन तपश्चर्या का पर्याय था। प्राचीन हस्तलि... Read more
पटना, २५ दिसम्बर। स्वास्थ्य-विज्ञान और योग से गहरा संबंध रखनेवाले साधु-पुरुष सदानंद प्रसाद, प्रकृति से समन्वय के पक्षधर और सद्भाव के कवि-कथाकार हैं। हिन्दी गद्य और पद्य, दोनों में ही गम्भीर... Read more
पटना। विदुषी कवयित्री अनुपमा नाथ काव्य-कल्पनाओं से समृद्ध एक अत्यंत प्रतिभाशाली कवयित्री थीं। उनके काव्य-संग्रह’हेलो! सुनो न !’ में हम उनकी अपार कवित्त-शक्ति की अनुभूति कर सकते ह... Read more
पटना, १४ सितम्बर। बिहार हिन्दी साहित्य सम्मेलन में आज ‘हिन्दी दिवस समारोह’ बहुत धूमधाम से मनाया गया। पूर्व की भाँति इस वर्ष भी १४ हिन्दी-सेवियों को ‘साहित्य सम्मेलन हिन्दी... Read more
पटना, १२ सितम्बर। स्त्री-मन के विविध रूपों और उनके संवेगों को अभिव्यक्ति देने वाली विभिन्न भावों की कविताओं और गीत-ग़ज़लों से साहित्य सम्मेलन का ऐतिहासिक सभागार झूमता-मचलता रहा। अवसर था हिन्... Read more
पटना, ११ सितम्बर। महाकवि केदारनाथ मिश्र ‘प्रभात’ हिन्दी काव्य-साहित्य के अनमोल रत्न हैं। उनकी काव्य-कल्पनाएँ मोहित और विस्मित करती हैं। उन्होंने अपनी विलक्षण काव्य-प्रतिभा से हिन... Read more
पटना, ९ सितम्बर। संतशिरोमणि महाकवि तुलसी दास के पश्चात साहित्य के माध्यम से लोक-जागरण के लिए जिसे लोकनायक कहा जा सकता है, उस महान साहित्यकार का नाम भारतेंदु हरिश्चन्द्र है। खड़ी-बोली हिन्दी... Read more
पटना, ८ सितम्बर। “खेतबा के डरिया चलेलि गुजरिया, मन ही में करत किलोल/ पिया मोर सुनर चढल जवानिया, बोले निर्मोही मीठे बोल”— बिहार हिन्दी साहित्य सम्मेलन के अध्यक्ष डा अनिल सुल... Read more
पटना, ७ सितम्बर। ‘लघुकथा’ साहित्य की एक अत्यंत प्रभावशाली विधा है। यह ग़ज़ल के शेर की तरह होती है, जो कुछ शब्दों में ही मर्म का भेदन कर जाती है। इसीलिए कथा-साहित्य में यह विधा प्... Read more
प्रिया की रिपोर्ट /पटना, 29अगस्त। हिन्दी दिवस के उपलक्ष्य में आगामी एक सितम्बर से, बिहार हिन्दी साहित्य सम्मेलन में, ‘हिन्दी पखवारा-सह-पुस्तक चौदस मेला’ का आयोजन किया जा रहा है।... Read more
पटना, १९ अगस्त। मैथिली और हिन्दी के यशस्वी कवि आरसी प्रसाद सिंह, काव्य-साहित्य में, बिहार के सर्वाधिक लोकप्रिय कवियों में, दिनकर, प्रभात, वियोगी, नेपाली और जानकी बल्लभ शास्त्री के साथ परिगणि... Read more