पटना, ६ सितम्बर। बिहार हिन्दी साहित्य सम्मेलन द्वारा आयोजित हिन्दी पखवारा-सह-पुस्तक चौदस मेला के छठे दिन बुधवार को विद्यार्थियों के लिए ‘व्याख्यान-प्रतियोगिता’ का आयोजन किया गया।... Read more
पटना, ५ सितम्बर। अपने यौवन-काल में ही, काव्य-रसिकों का कंठ-हार बन चुके प्रेम और ऋंगार के अद्भुत-प्रतिभा के कवि आचार्य श्यामनंदन किशोर, साहित्य की एक ऐसी विभूति थे, जिन्हें विधाता ने सर्वतोभा... Read more
पटना, ४ सितम्बर । भागलपुर विश्वविद्यालय के पूर्व प्रतिकुलपति और बिहार हिन्दी साहित्य सम्मेलन के पूर्व अध्यक्ष स्मृति-शेष साहित्यकार डा विष्णु किशोर झा ‘बेचन’ आलोचना-साहित्य के प्... Read more
पटना /बिहार की राजधानी पटना के गांधी मैदान स्थित खादी मॉल सभागार में मानवाधिकार संरक्षण के लिए समर्पित मानवाधिकार टुडे द्वारा राष्ट्रीय शिक्षक दिवस के अवसर पर रविवार को परिचर्चा सह गुरु सम्म... Read more
पटना, ३ सितम्बर। बिहार हिन्दी साहित्य सम्मेलन द्वारा आयोजित हिंदी-पखवारा और पुस्तक-चौदस मेला के तीसरे दिन रविवार को, नवोदित कवियों के लिए ‘काव्य-कार्यशाला’ के रूप में एक प्रशिक्ष... Read more
पटना, २ सितम्बर। हिन्दी पखवारा के अंतर्गत शनिवार को, बिहार हिन्दी साहित्य सम्मेलन में, विद्यार्थियों के लिए ‘श्रुतिलेख-प्रतियोगिता’ का आयोजन किया गया। प्रतियोगिता के पूर्व सम्मेल... Read more
पटना, १ सितम्बर। साहित्य ही समाज को सुंदर और मनुष्य को ‘मनुष्य’ बनाता है। सभी कहते हैं कि ‘मनुष्य’ बनो! पर यह मनुष्यता कैसे आएगी? इसके लिए आवश्यक है कि समाज साहित्य क... Read more
पटना, २८ अगस्त। हिन्दी-दिवस के उपलक्ष्य में बिहार हिन्दी साहित्य सम्मेलन में आगामी १ सितम्बर से १५ सितम्बर तक ‘हिन्दी-पखवारा-सह- पुस्तक चौदस मेला’ का आयोजन किया जा रहा है। पखवारा... Read more
पटना, २४ अगस्त। प्रज्ञ-चिंतक और भारतीय वांगमय के मनीषी भाष्यकार कवि हृदय नारायण, हिन्दी की सेवा करने वाले पिछली सदी के महान चिंतक कवियों में अग्र-पांक्तेय थे। उन्होंने गीता को न केवल समझा था... Read more
पटना, १६ अगस्त। “बुंदेले हरबोलों के मुँह हमने सुनी कहानी थी/ ख़ूब लड़ी मर्दानी वह तो झाँसी वाली रानी थी!” इन पंक्तियों से देश के मानस को झकझोर देने वाली कवयित्री सुभद्रा कुमारी चौहान र... Read more
पटना, ४ मई। बिहार हिन्दी साहित्य सम्मेलन में ६-७ मई को पुनः एक बार देश भर के साहित्यकारों का महाकुंभ लग रहा है। अवसर है, सम्मेलन के ४२वें महाधिवेशन का। दो दिवसीय यह महाधिवेशन, भारत के प्रथम... Read more
पटना, २० मार्च। अनेक सद्गुणों से विभूषित साहित्यकार, प्रो शैलेंद्र नाथ श्रीवास्तव विद्वता, विनम्रता और रचनात्मकता के प्रतिमान पुरुष थे। एक व्यक्ति में इतनी बहुमुखी और व्यापक प्रतिभा हो सकती... Read more