पं छविनाथ पाण्डेय एक महान स्वतंत्रता सेनानी, तपोनिष्ठ दधीचि-तुल्य साहित्यकार, संपादक और एक ऐसे विशाल वट-वृक्ष थे, जिनकी छाँव तले वैसे साहित्यकारों को भी प्राण और नवजीवन मिले, जिनके हृदय उपवन... Read more
शील, सौंदर्य, पराक्रम, पुरुषार्थ, त्याग और बलिदान के आदर्श मर्यादा-पुरुषोत्तम श्री राम, जिनसे सम्पूर्ण भारतीय समाज सदियों से अनुप्राणित होता रहा है, हज़ारों वर्ष पूर्व आज ही जगत कल्याण हेतु... Read more
३० मार्च। सूर्योंपासना का अत्यंत महनीय पर्व सूर्य–सष्टि व्रत, जिसे लोक–आस्था का दिव्य महापर्व भी माना जाता है, बिहार हिन्दी साहित्य सम्मेलन के अध्यक्ष डा अनिल सुलभ के घर भी मनाय... Read more
पटना /बड़े दिनों के बाद विश्राम के इतने लम्बे दिन मिले हैं। यों तो ‘कोरोना‘ ने पूरे विश्व में कोहराम मचा दिया है, अबतक बीस हज़ार से अधिक लोग काल के गाल में समा गए हैं, चार लाख से... Read more
कौशलेन्द्र पाण्डेय, खाद्य-सामग्रियों के लिए दुकानों पर बढ़ रही भीड़ ‘आपस में दूरी बनाए रखने’ के उद्देश्य के विपरित सिद्ध हो रही है! इससे बचने-बचाने के लिए सरकार को चाहिए कि वह प्रत्येक घर मे... Read more
कौशलेन्द्र पाण्डेय, संवाददाता. प्रत्येक जन्म लेने वाला, एक न एक दिन मृत्यु को प्राप्त होता है! किसी किसी की मृत्यु भी आदरणीय हो जाती है तो किसी की घृणास्पद भी! ‘करोना’ की मौत , ‘कुत्ते की मौ... Read more