पटना, २० मई। “उठ गए हैं वो लोग जो रहे कभी ज़िंदा/ इस शहर में अब लाश और गिद्ध है बाक़ी”— प्रकृति के दोहन, स्वार्थ में अंधी हुई दुनिया और भीषण रक्त-पात ने सभ्य कहे जाने वाले... Read more
प्रिया सिन्हा पटना से , २७ अप्रैल। समाज की चिता को प्राथमिकता में रखनेवाली विदुषी साहित्यकार और समाजसेविका माधुरी भट्ट आध्यात्मिक चेतना और मंगलभाव की कवयित्री हैं। युवाओं में भटकाव, संस्कार... Read more
पटना, १९ अप्रैल। बिहार हिन्दी साहित्य सम्मेलन द्वारा, महाकवि काशीनाथ पाण्डेय की स्मृति में आयोजित अंतर्विश्वविद्यालय प्रतियोगिता में सर्वाधिक पुरस्कार अर्जित करने के कारण ‘सकल विजेता ह... Read more
पटना, १८ अप्रैल। जैन धर्म के २४वें तीर्थंकर भगवान महावीर ने बर्बर होते जा रहे मानव-समुडाय को उसके सद्गुणों से परिचित कराया। यह बताया कि प्रेम और अहिंसा का मार्ग ही मनुष्यता का मार्ग हो सकता... Read more
पटना, १७ अप्रैल। तपते दिन में भी बिहार हिन्दी साहित्य सम्मेलन आज आनंद की गंगा में डुबकी लगा रहा था। अध्यक्ष समेत सम्मेलन के सभी अधिकारी और सदस्यगण एक दूसरे को बधाइयाँ देते हुए, बधाइयाँ स्वीक... Read more
पटना, १४ अप्रैल। यदि यशस्वी पत्रकार, स्वतंत्रता सेनानी और साहित्यकार पं छविनाथ पाण्डेय न होते तो हिन्दी साहित्य सम्मेलन का अस्तित्व दशकों पूर्व समाप्त हो जाता। सन १९१९ में स्थापित सम्मेलन को... Read more
पटना,११ अप्रैल। विदुषी साहित्यकार गिरिजा वर्णवाल एक अत्यंत प्रतिभाशाली कवयित्री और निबंधकार थीं। उनकी रचनाओं में उनकी प्रतिभा और विद्वता की स्पष्ट झलक मिलती है। उनकी विनम्रता और उनका आंतरिक... Read more
पटना, ९ अप्रैल । अद्भुत ज्ञान-पिपासु और सदा-अतृप्त जिज्ञासु थे महापंडित राहुल सांकृत्यान। जगत और जगदीश को जानने की उनकी अकुलाहट बहुत भारी थी। वे संसार के सभी निगूढ़ रहस्यों को शीघ्र जान लेना... Read more
कौशलेन्द्र पाराशर पटना से । अब और कोई देर किए विना भारत की राष्ट्रभाषा हिन्दी घोषित हो। इस संकल्प के साथ बिहार हिन्दी साहित्य सम्मेलन का दो दिवसीय ४१वाँ महाधिवेशन रविवार को संपन्न हो गया। सम... Read more
पटना, ३१ मार्च। पिछली पीढ़ी के वरेण्य कवि आचार्य मुरलीधर श्रीवास्तव शेखर एक बड़े कवि हीं नहीं, एक बड़े व्याकरण विद और महान भाषा-विज्ञानी थे। वे हिन्दी के देशज रूप को महत्त्वपूर्ण मानते थे। व... Read more
पटना, २७ मार्च। राष्ट्रभाषा परिषद के निदेशक सहित अनेक प्रशासनिक पदों पर अपनी मूल्यवान सेवाएँ देने वाले भारतीय प्रशासनिक सेवा के अधिकारी और साहित्यकार डा भगवती शरण मिश्र आधुनिक काल में हिन्दी... Read more
पटना, २३ मार्च। देश के सुविख्यात पत्रकार और हिन्दी सेवी डा वेद प्रताप वैदिक आगामी २-३ अप्रैल को होनेवाले, बिहार हिन्दी साहित्य सम्मेलन के ४१वें महाधिवेशन में भारत की राष्ट्र भाषा पर अपना व्य... Read more