पटना, ८ मई। हिन्दी के वरिष्ठ ध्वज-वाहक और दरभंगा के सुप्रसिद्ध समाजसेवी बाबू सुरेंद्र यादव नहीं रहे। ७५ वर्ष की आयु में उन्होंने काशी में बनारस हिंदू विश्वविद्यालय परिसर स्थित सर सुन्दरलाल अ... Read more
पटना, २ मई। अपनी मूल्यवान साहित्यिक सेवाओं के लिए भारत सरकार के पद्म अलंकरण से विभूषित विदुषी कवयित्री डा शांति जैन के निधन से साहित्य जगत को एक कठोर आघात लगा है। संपूर्ण साहित्यिक-समाज मर्म... Read more
पटना /साहित्य जगत को एक और बड़ा आघात ! नहीं रहीं डा शांति जैन ! कल रात्रि निद्रा में ही देह का त्याग कर दिया ! पूर्व से ही आघात सह रहे हृदय को एक और बदी चोट लगी ! हमने साहित्य और साहित्य सम्... Read more
पटना /गीतों के राजकुमार थे वो ! हिन्दी भाषा और साहित्य के ही नहीं, साहित्यकारों के भी प्रेमी थे। गीत और गीतकारों के प्रति उनकी श्रद्धा अनन्य थी। साहित्य-सम्मेलन के वे एक सुदृढ़ स्तम्भ थे। उन... Read more
पटना, २७ अप्रैल । बिहार हिन्दी साहित्य सम्मेलन, अपने अनेक सदस्यों के असामयिक निधन पर शोक-पीड़ित है। विगत एक सप्ताह में सम्मेलन के तीन वरिष्ठ सदस्यों, प्रो अर्जुन तिवारी, प्रो गौरीनाथ राय तथा... Read more
पटना, २६ अप्रैल। आगामी १५-१६ मई को होनेवाला, बिहार हिन्दी साहित्य सम्मेलन का ४२वाँ महाधिवेशन स्थगित कर दिया गया है। नई तिथि की घोषणा १५ मई के बाद कार्यसमिति के निर्णय के आलोक में की जाएगी। भ... Read more
पटना, २२ अप्रैल। ‘वाहिद’ के घर दीप जले तो मंदिर तक उजियाला जाए/ दोनों तरफ़ लिखा हो ‘भारत’ सिक्का वही उछाला जाए! राष्ट्रीयता और राष्ट्रीय-सद्भावना की इन अमर पंक्तियों... Read more
पटना, २० अप्रैल। अपने गीत-ग़ज़लों में प्रौढ़ता और गंभीरता के लिए सुख्यात और आदरणीय कवि घनश्याम, काव्य-प्रतिभा से संपन्न एक विनम्र और चिंतनशील कवि थे। उनके आकस्मिक निधन से साहित्य जगत को, विश... Read more
पटना, १८ अप्रैल। स्मृति-शेष कवि चंद्र प्रकाश माया, मृदुभावों के एक अत्यंत रस-सिक्त और प्रतिभाशाली कवि थे। उनकी ग़ज़लें, उनके गीतों की भाँति ही जीवन से भरी और पीयूष-वाहिनी हैं। उनकी काव्य-रचन... Read more
पटना, १६ अप्रैल। बिहार हिन्दी साहित्य सम्मेलन ने, सुप्रसिद्ध गांधीवादी शिक्षाविद और राजनेता प्रो अरुण कुमार तथा सुप्रसिद्ध कवि सतीश प्रसाद सिन्हा के निधन पर गहरा दुःख व्यक्त किया है। सम्मेलन... Read more
कोरोना से बचना है, तो प्रतिदिन पानी का भाप लें ! प्रातः शीघ्र उठें ! उगते हुए सूर्य को प्रणाम करें ! उनसे आरोग्य की प्रार्थना करें ! तत्पश्चात् व्यायाम, योग और प्राणायाम करें ! भोजन-जल शुद्ध... Read more
पटना, ११ अप्रैल। संस्कृत संसार की श्रेष्ठतम वैज्ञानिक भाषा है। नासा ने भी यह माना है कि कम्प्यूटर की सबसे घनिष्ठ मित्र-भाषा संस्कृत ही है। संस्कृत में भेजे गए अंतरिक्षीय-संदेश भी नहीं बदलते।... Read more