पटना, ९ अप्रैल । अदम्य जिज्ञासु थे महान यायावर साहित्यकार महापंडित राहुल सांकृत्यान। जगत और जगदीश को जानने की उनकी अकुलाहट बहुत बड़ी थी। वे संसार के सभी निगूढ़ रहस्यों को शीघ्र जान लेना चाहत... Read more
बिहार हिन्दी साहित्य सम्मेलन, कदमकुआँ, पटना में, आगामी रविवार (११ अप्रैल,२०२१) से प्रत्येक रविवार की संध्या ४ बजे से दो घंटे की संस्कृत-पाठशाला आरंभ की जा रही है, जिसमें संस्कृत बोलने की शिक... Read more
पटना, ३१ मार्च। हिन्दी भाषा और साहित्य को महनीय अवदान देने वाले आलोचना-साहित्य के मर्मज्ञ विद्वान प्रो केसरी कुमार काव्य में में प्रयोगवादी विचारों के पोषक थे। अद्भुत प्रतिभा के विद्वान आचार... Read more
संजय राय की रिपोर्ट/ भारतीय संगीत विश्व को दिया गया भारत के महान संगीतर्षियों का सबसे बड़ा अवदान है। भारत अपनी जिन महान उपलब्धियों पर गर्व करता है, उनमे भारतीय संगीत श्रेष्ठतम है। यदि संगीत... Read more
निखिल दुबे की रिपोर्ट /निखिल ब्रह्मांड सूक्ष्म रूप में संगीत ही है। ब्रह्मांड की समस्त बस्तुएँ सूक्ष्म रूप में ऊर्जा और स्पंदन है, जिनसे निरंतर एक संगीतात्मक ध्वनि सृजित होती रहती है। अस्तु... Read more
प्रियंका भारद्वाज की रिपोर्ट /राजनीति में एक सुदृढ़ साहित्यिक हस्तक्षेप थे डा शैलेंद्र नाथ श्रीवास्तव,जयंती पर साहित्य सम्मेलन में आयोजित हुई कवि गोष्ठी, कवि घनश्याम को दिया गया स्मृति-सम्मा... Read more
वरिष्ठ हास्य-कवि विश्वनाथ वर्मा का निधन / साहित्य सम्मेलन ने दुःख व्यक्त किया ।अपनी चुटीली हास्य कविताओं से काव्य-मंचों पर पर्याप्त यश प्राप्त कर चुके वरिष्ठ हास्य कवि विश्वनाथ वर्मा नहीं रह... Read more
पटना, ६ मार्च। स्त्री-पुरुष चने की दाल के दो भाग की तरह हैं। एक समान । दोनों जब संयुक्त होते हैं तो सृजन करने में समर्थ होते हैं। पृथक होकर निरर्थक और अस्तित्व-विहीन हो जाते हैं। जिस समाज मे... Read more
बिहार हिन्दी साहित्य सम्मेलन ने आयोजित किया अंतर्राष्ट्रीय वेब कवि-सम्मेलन.बिहार की गौरवशाली राजधानी पाटलिपुत्र की पावन धरती से उठी हिन्दी की पुकार पर सात समंदर पार तक हलचल मची और राष्ट्रभाष... Read more
पटना,१६ फरबरी। हिन्दी काव्य में छायाबाद काल के स्तुत्य स्तम्भ महाप्राण सूर्यकांत त्रिपाठी निराला का सम्पूर्ण व्यक्तित्व ‘निराला’ था। अपने समय के वे एक ऐसे कवि थे जिन्होंने जीवन-प... Read more
पटना, ७ फरवरी। बिहार हिन्दी साहित्य सम्मेलन आज एक नए रंग में दिखा। वासंती रंगों में सजी-धजी दर्जनों कवयित्रियाँ रस, रंग और छंद में डूबी हुई, सम्मेलन में रस-पीयूष की बरसा करती रही। अवसर था वस... Read more
पटना, १० जनवरी। समग्र विश्व में हिन्दी भाषा और साहित्य का तीव्र विकास हो रहा है। संसार के १५० देशों के २०० से अधिक विश्व विद्यालयों में हिन्दी की विधिवत शिक्षा दी जा रही है। अकेले अमेरिका मे... Read more