पटना, ६ जनवरी। नृत्य के ऋषि आचार्य थे डा नगेंद्र प्रसाद ‘मोहिनी’। नई पीढ़ी को नृत्य में प्रशिक्षित करने तथा नृत्य-साहित्य के लेखन में उनका महान अवदान है। उनका संपूर्ण व्यक्तित्व... Read more
पूर्वी चंपारण, निखिल दुबे : मोतिहारी के नये एसपी डॉ कुमार आशीष ने मंगलवार को कार्यभार संभाल लिया है। पुलिस अधीक्षक ने कार्यभार संभालने के तुरंत बाद सबसे पहले जिले के टॉप बदमाशों को चिह्रित क... Read more
पटना, ३ जनवरी। अंगिका भाषा और साहित्य के लिए अपना संपूर्ण जीवन न्योक्षावर करने वाले कवि डा नरेश पाण्डेय ‘चकोर’ कोमल भावनाओं से युक्त एक ऋषि-तुल्य भक्त कवि और साधु साहित्यकार थे।... Read more
पटना, २७ दिसम्बर। अपने मुक्त ठहाके के लिए चर्चित रहे अद्भुत प्रतिभा के मंच संचालक और स्तुत्य साहित्यकार डा शंकर दयाल सिंह राजनीति की तपती धूप में साहित्य की घनी छांव की तरह थे । भारत की ५वीं... Read more
पटना, २६ दिसम्बर। बिहार के युवा साहित्यकार आशा के वो नवल कुसुम हैं, जिन पर हिन्दी साहित्य को बहुत आशाएँ हैं। इनकी ही उत्साहित ऊर्जा से साहित्य और समाज में गुणात्मक परिवर्तन होगा। युवाओं को द... Read more
पटना, २५ दिसम्बर । भारतीय आत्मा की जीवंत मूर्ति थे मालवीय जी। हिन्दी और भारतीय संस्कृति की शिक्षा के लिए दिया गया उनका अवदान कभी भुलाया नही जा सकता। वे संस्कृत, हिन्दी और अंग्रेज़ी के विश्रु... Read more
पटना, २३ दिसम्बर। हिन्दी के गद्य-साहित्य में अनमोल अवदान देने वाले महान लेखक रामवृक्ष बेनीपुरी ‘कलम के जादूगर’ ही नहीं, हृदय में अग्नि का पोषण कारने वाले साहित्यकार थे। क्रांति औ... Read more
पटना /साहित्य सम्मेलन में कवि अरुण कुमार श्रीवास्तव के काव्य-संग्रह ‘एक मुट्ठी सृजन’ का हुआ लोकार्पण
पटना, २० दिसम्बर । अंगिका भाषा और साहित्य के उद्धारकों में महाकवि परमानंद पाण्डेय का स्थान श्रेष्ठतम है। पाण्डेय जी ने इसे संजीवनी दी और उत्कर्ष तक पहुँचाया। इन्हें अंगिका का दधीचि साहित्यका... Read more
पटना, १८ दिसम्बर। हिन्दी के महान सपूतों में से एक महाकवि रामचंद्र जायसवाल अनेकों माहाकाव्यों के मनीषी सर्जक ही नहीं, एक बलिदानी स्वतंत्रता सेनानी और क्रांतिधर्मी महाकवि भी थे। उन्होंने हिन्द... Read more
पटना,१६ दिसम्बर। एक संपादक को सभी प्रकार के पूर्वाग्रहों से मुक्त और लोक-मंगल की भावना से परिपूर्ण होना चाहिए। ऐसा ही संपादक समाचार, विचार, व्यक्ति और समाज के साथ न्याय कर सकता है। उसे पक्षप... Read more
पटना, १५ दिसम्बर। संत और भक्त कवि सूरदास के साहित्य में ग्रामीण जीवन और संस्कृति की मनोरम झलक मिलती है। विद्वान लेखक डा सत्यनारायण उपाध्याय ने सूर साहित्य से उद्धरण लेकर ग्राम्य-जीवन और संस्... Read more
पटना, १० दिसम्बर । सुप्रसिद्ध सामाजिक चिंतक और मनीषी साहित्यसेवी विपिन विप्लवी की रचनाओं में समाज की स्पष्ट चिंता और परिवर्तन की अकुंठ आकांक्षा दिखाई देती है। लेखक समाज में हो रहे निरंतर नैत... Read more