पटना। देश की सुप्रतिष्ठित साहित्यिक संस्था बिहार हिन्दी साहित्य सम्मेलन का दो दिवसीय १०६ठा स्थापना दिवस समारोह तथा ४३वाँ महाधिवेशन कल पूर्वाहन से आरंभ हो रहा है। यह महाधिवेशन हिन्दी की दो मह... Read more
पटना। इस समय संसार में सबसे तीव्र गति से विस्तृत हो रही भाषा का नाम ‘हिन्दी’ है। आधुनिक हिन्दी जो संसार की सबसे नवीनतम भाषा है, आज संख्या की दृष्टि से विश्व की दूसरी भाषा बन चुकी... Read more
पटना, ८ जनवरी । भारत-मौरिशस मैत्री संघ, दोनों राष्ट्रों के मध्य, साहित्यिक-सांस्कृतिक-यात्राओं और आदान-प्रदान के माध्यम से, सांस्कृतिक-संबंधों के विकास और विस्तार के लिए इस वर्ष से अनेक उपाए... Read more
पटना, ५ जनवरी। शास्त्रीय नृत्य के महान आचार्य और बिहार हिन्दी साहित्य सम्मेलन के पूर्व कलामंत्री डा नगेंद्र प्रसाद ‘मोहिनी’ कला, संगीत और साहित्य के मूर्तमान रूप थे। वे एक ऐसे नृ... Read more
पटना, १९ दिसम्बर। अंग प्रदेश में बोली जाने वाली एक ‘बोली’ को, ‘भाषा’ के रूप में प्रतिष्ठित करने वाले महाकवि डा परमानन्द पाण्डेय को ‘अंगिका’ में वही स्थान... Read more
पटना, १७ दिसम्बर। ‘अंगिका’ समेत भारत की सभी लोक-भाषाएँ, पुण्य-सलीला सरिताएँ हैं, जिनसे ‘हिन्दी’ गंगा बनी है। ‘संस्कृत’ के गोमुख हिमनद से अपना स्रोत पाकर व... Read more
पटना, १३ दिसम्बर। अपनी काव्य-प्रतिभा से संसार के साहित्यकारों को अचंभित कर देने वाले कवि सुजित मुखर्जी की कविताएँ न केवल समाज को झकझोरती है, अपितु पाठकों के मन-प्राण को भी स्पंदित करती है। र... Read more
पटना, १३ जुलाई। अपनी काव्य-प्रतिभा से संसार के साहित्यकारों को अचंभित कर देने वाले कवि सुजित मुखर्जी की कविताएँ न केवल समाज को झकझोरती है, अपितु पाठकों के मन-प्राण को भी स्पंदित करती है। रसा... Read more
पटना, ११ दिसम्बर। पटना में सांस्कृतिक-उत्सवों के लिए सदैव चर्चा में रहे स्मृतिशेष संस्कृति-कर्मी, पत्रकार, कवि और रंगकर्मी पं विश्वनाथ शुक्ल ‘चंचल’ एक महान आयोजक और ‘संस्कृ... Read more
पटना, ५ दिसम्बर। राज्य-सभा के सदस्य और बिहार हिन्दी साहित्य सम्मेलन के प्रधान मंत्री रहे विद्वान साहित्यकार पं रामचंद्र भारद्वाज उत्साह और ओज के अत्यंत लोकप्रिय और प्रभावशाली कवि थे। मंचों प... Read more
पटना, १ दिसम्बर। बिहार राष्ट्रभाषा परिषद की निदेशक रहीं विश्रुत लेखिका डा मिथिलेश कुमारी मिश्र हिन्दी और संस्कृत की ही नहीं, तमिल और तेलगू समेत अनेक दक्षिण-भारतीय भाषाओं की विदुषी लेखिका थीं... Read more
पटना, १ दिसम्बर। बिहार राष्ट्रभाषा परिषद की निदेशक रहीं विश्रुत लेखिका डा मिथिलेश कुमारी मिश्र हिन्दी और संस्कृत की ही नहीं, तमिल और तेलगू समेत अनेक दक्षिण-भारतीय भाषाओं की विदुषी लेखिका थीं... Read more