पटना, २१ नवम्बर। लोक-महापर्व ‘छठ’ के समापन के दिन ही शनिवार की संध्या, बिहार हिन्दी साहित्य सम्मेलन में लोक-संस्कृति की एक अलग ही छटा दिखाई दी। लोकरंग को साहित्य के शब्द दिए जा र... Read more
पटना, ११ अगस्त। “हम तो झरबेर हैं यों ही झर जाएँगे/ सारी ख़ुशियाँ तेरे नाम कर जाएँगे/ कौन आज बाँसुरी बजाने लगा/ मन में धीरे प्रीत जगाने लगा/ उलझनों से कह दो न उलझे मुझसे/ अर्शे बाद हँसन... Read more
जयंती (६ अगस्त ) पर विशेष महान स्वतंत्रता सेनानी, पत्रकार और महाकवि थे पं राम दयाल पाण्डेय.मात्र १५ वर्ष की आयु से स्वतंत्रता-संग्राम में कूद पड़े, महान स्वतंत्रता-सेनानी पं रामदयाल पाण्डेय,... Read more
पटना, २८ जुलाई। “अपने मन में ही अचानक, यूँ तरल हो जाएँगे/ क्या ख़बर थी आपसे मिलकर ग़ज़ल हो जाएँगे”— ज़िंदगी यूँ भी जली, यूँ भी जली मिलों तक/ चाँदनी चार क़दम, धूप चली मिलों तक... Read more