पटना, ३ अगस्त। बिहार हिन्दी साहित्य सम्मेलन द्वारा, देश की चुनी हुई १०० विदुषियों में सम्मिलित और ‘शताब्दी-सम्मान’ से विभूषित, प्रख्यात विदुषी और पटना विश्वविद्यालय के हिन्दी विभ... Read more
पटना, २४ जुलाई। “कैसा मंज़र है ये, कैसी मौत–सी आहट है/ दबे पाँव आ रही घबराहट है”—- “सुना है हर बात का जवाब रखते हो तुम/क्या तन्हाई का भी हिसाब रखते हो तुम?”—” समंदर क... Read more
साहित्य-संसार में अनेक ऐसी स्तुत्य विभूतियाँ हुई हैं, जिन्हें पर्याप्त औपचारिक शिक्षा के अवसर नही मिले, किंतु उन्होंने स्वाध्याय और चिंतन से वह विभूति पायी, जिससे संसार को विपुल प्रकाश प्राप... Read more
पटना, ७ जुलाई। बहु-भाषाविद विद्वान और महान हिंदी-सेवी आचार्य देवेंद्रनाथ शर्मा एक महान साहित्यकार और भाषा-शास्त्री ही नही, देश के गौरव-पुरुष थे। उन्हें संस्कृत, हिन्दी, उर्दू, फ़ारसी, बंगला,... Read more
डा दीनानाथ शरण हिन्दी के कुछ उन थोड़े से मनीषी साहित्यकारों में थे, जो यश की कामना से दूर, जीवन पर्यन्त साहित्य और पत्रकारिता की एकांतिक सेवा करते रहे। वे कवि का एक विराट हृदय रखते थे। मनुष्... Read more
कौशलेन्द्र पाण्डेय / पटना, १७ मार्च। आध्यात्मिक साधना–पद्धति ‘इस्सयोग‘ की सह–प्रवर्त्तक एवं अन्तर्राष्ट्रीय इस्सयोग समाज की अध्यक्ष सद्ग़ुरुमाता माँ विजया जी के ७३वें... Read more
पटना, १ फरबरी। बिहार हिन्दी साहित्य सम्मेलन से संबद्ध बिहार की विदुषियों और विद्वानों के पद्म–सम्मान हेतु चयन से सम्मेलन का मान–ध्वज और ऊँचा हुआ है। सम्मानित होनेवाली बिहार की इन... Read more
पटना कौशलेन्द्र पाण्डेय , ३ दिसम्बर । प्रत्येक व्यक्ति में कोई न कोई विशेष गुण होता है। दिव्यांग जनों में यह और भी विकसित रूप में होता है। इनमें आत्म–बल भर कर, इनके विशेष गुणों को और व... Read more
पटना-कौशलेन्द्र पाण्डेय, पटना, ३० नवम्बर । महाकाव्य ‘महाशक्ति‘, ‘मेनका‘, ‘रास–रचैया‘, ‘जागरी वसुंधरा‘, ‘धरती की पुकार पर‘,... Read more
भारतीय पुलिस सेवा के अवकाश प्राप्त अधिकारी और कवि श्री प्रकाशनाथ मिश्र के काव्य-संग्रह ‘हे राम! तुम कब आओगे?’ का लोकार्पण, गोवा की महामहिम पूर्व राज्यपाल और विदुषी लेखिका डा मृदु... Read more
पटना से कौशलेन्द्र पाण्डेय पटना, १२ नवम्बर। अपने जीवन को किस प्रकार मूल्यवान और गुणवत्तापूर्ण बनाया जा सकता है, इसके जीवंत उदाहरण और प्रेरणा–पुरुष थे, वयोवृद्ध साहित्यसेवी जगत नारायण प... Read more
पटना से कौशलेन्द्र पाण्डेय पटना, ११ नवम्बर । नाम–यश की लालसा से सर्वथा दूर, एकांतिक साधना में निमग्न, साहित्य के पर्यावाची शब्द थे, आचार्य श्रीरंजन सूरिदेव। उनके संपूर्ण व्यक्तित्व से ... Read more