पटना, पोलिटिकल संवाददाता -कौशलेन्द्र पाण्डेय
पटना, १४ नवम्बर। रेडियोग्राफ़ी के डिजिटलाइजेशन से, इस क्षेत्र में गुणात्मक और क्रांतिकारी बदलाव आया है। इस तकनीक से एक्स-रे इमेज बहुत ही साफ़ आता है, जिससे उपचार करना बहुत आसान हो गया है। हेल्थ इंस्टिच्युट में डिजिटल एक्स-रे इकाई लगाए जाने से, फुलवारीशरीफ और ग्रामीण-क्षेत्र के रोगियों को बहुत लाभ पहुँचेगा।
यह बातें गुरुवार को, विश्व रेडियोग्राफ़ी दिवस के अवसर पर, इंडियन इंस्टीच्युट औफ़ हेल्थ एडुकेशन ऐंड रिसर्च के रेडियोलौजी विभाग में डिजिटल एक्स-रे इकाई का उद्घाटन करते हुए, बिहार के उद्योग मंत्री श्याम रज़क ने कही। श्री रज़क ने कहा कि, एक्स-रे के आविष्कार ने चिकित्सा विज्ञान हीं नहीं जीवन के अनेक क्षेत्रों में क्रांति पैदा की है, जिसका लाभ आधुनिक संसार को मिल रहा है।
पटना विश्वविद्यालय के पूर्व कुलपति डा एस एन पी सिन्हा ने कहा कि, अपने समय के महान वैज्ञानिक विलियम सी रोंटजन ने सन १८९५ में ‘एक्स-रे’ की खोज की थी। उन्ही के जन्म दिवस को ‘विश्व रेडियोलौजी दिवस’ के रूप में मनाया जाता है। उन्हें इसी महान खोज के लिए १९०१ में भौतिकी का नोबेल पुरस्कार दिया गया था।
पटना उच्च न्यायालय के पूर्व न्यायाधीश न्यायमूर्ति राजेंद्र प्रसाद ने अपना विचार व्यक्त करते हुए कहा कि, विज्ञान और वैज्ञानिक खोजों का, जब मानव समुदाय और संपूर्ण पृथ्वी के हित में उपयोग किया जाता है, तो वह उसका सार्थक स्वरूप प्रदान करता है। आज हम वैज्ञानिक आविष्कारों का दुरुपयोग होते हुए देख रहे हैं, जो पृथ्वी के विनाश का कारण बन सकता है। हमें सचेत रहना चाहिए।
समारोह की अध्यक्षता करते हुए, संस्थान के निदेशक-प्रमुख डा अनिल सुलभ ने कहा कि, विद्यार्थियों के गुणवत्तापूर्ण प्रशिक्षण को यह संस्थान सदैव उच्च प्राथमिकता में रखा है। इसीलिए संसाधनों का विकास और आधुनिकीकरण पर अनवरत बल दिया गया है। संस्थान के रेडियोलौजी विभाग का डिजिटल किया जाना इस बात का प्रमाण है। हम इसे अत्याधुनिक बनाने की अपनी चेष्टा को जारी रखेंगे।
अतिथियों का स्वागत संस्थान के प्रबंध निदेशक आकाश कुमार, धन्यवाद-ज्ञापन डा अवनीश रंजन तथा मंच संचालन रेडियोलौजी विभाग में प्रशिक्षक संतोष कुमार सिंह ने किया। इस अवसर पर डा अनूप कुमार गुप्ता, रेडियोग्राफ़ी विभाग की प्रभारी प्रो समिता झा, प्रो संजीत कुमार, प्रो मधेश्वर शर्मा , प्रो प्रभात कुमार, अमित सिंह तथा डा अंजु कुमारी समेत बड़ी संख्या में संस्थान के शिक्षक, कर्मी और छात्रगण उपस्थित थे।
इस अवसर पर बैचलर औफ़ मेडिकल रेडियो इमेजिंग टेक्नोलौजी के द्वितीय वर्ष के छात्र सौरभ परासर तथा तृतीय वर्ष के छात्र आदित्य मिश्रा को, कक्षा में, क्रमशः ९७ प्रतिशत तथा ९२ प्रतिशत उपस्थिति के लिए ‘बेस्ट अटेंडेंस अवार्ड’ से पुरस्कृत किया गया।