बिहार,
बिहार में राष्ट्रीय स्तर के तैराक जिन्होंने कई प्रतिस्पर्धाओं में मेडल्स जीते हैं वह अपना जीवन निर्वाह चाय बेचकर कर रहे हैं। गोपाल बक्सर जिले के काजीपुर के नयातोला में चाय की एक छोटी सी दुकान चला रहे हैं। यह बिहार में खिलाड़ियों और खेल की स्थिति का एक और उदाहरण है जो व्यवस्था की उदासीनता के कारण पीड़ित हैं।
गोपाल एक समय अंतरराष्ट्रीय स्तर के तैराक बनना चाहते थे। वह अब अपनी खराब आर्थिक व्यवस्था के कारण चाय बेचने को मजबूर हैं ताकि अपने परिवार का भरण-पोषण कर सकें। उनकी चाय की दुकान का नाम ‘नेशनल स्वीमर टी स्टॉल’ है। जब उनसे पूछा गया कि उन्होंने यह नाम क्यों रखा है तो उन्होंने कहा कि यह सभी एथलीटों की दुर्दशा पर प्रकाश डालता है।
संजय कुमार