पटना,
अब सरकारी विभागों के कार्यक्रम होटलों में नहीं होंगे। सरकार के गैर जरूरी खर्च को रोकने के लिए तय किया गया है कि किसी भी विभाग का सेमिनार, कांफ्रेंस हो या कार्यशाला, सरकारी भवनों में ही होंगे। इस बाबत भवन निर्माण विभाग ने सभी विभागों को आदेश जारी कर दिया है।विभाग के प्रधान सचिव चंचल कुमार की ओर से अपर मुख्य सचिव, प्रधान सचिव, सचिव व विभागाध्यक्षों के नाम पत्र जारी किया गया है। पत्र में कहा गया है कि यह अक्सर देखा जा रहा है कि विभिन्न प्रकार के सरकारी कार्यक्रम बैठक, सेमिनार, कांफ्रेंस, योजनाओं के शुभारम्भ समारोह आदि का आयोजन सरकारी भवनों के बजाए होटल के सभागारों में हो रहा है। जबकि सरकारी कार्यक्रमों के आयोजन के लायक पटना में कई भवन बन चुके हैं। मसलन सम्राट अशोक कन्वेंशन केंद्र, ज्ञान भवन, बापू सभागार, अधिवेशन भवन, मौलाना मजहरुल हक ऑडिटोरियम, सरदार पटेल भवन का सभागार, श्रीकृष्ण मेमोरियल हॉल, प्रेमचंद रंगशाला, तारामंडल सभागार, अरण्य भवन प्रमुख है। इन भवनों में सभी तरह के कार्यक्रम कराने की क्षमता है। इसलिए सरकार ने तय किया है कि सभी प्रकार के सरकारी कार्यक्रमों का आयोजन इन सरकारी भवनों में ही कराया जाए।पत्र में कहा गया है कि सरकार के इस निर्णय को विभागों के अलावा उनके नियंत्रण में रहे निगम व सोसाईटी को भी अवगत करा दिया जाए। उल्लेखनीय है कि हाल के दिनों में यह प्रवृत्ति देखी जा रही है कि अक्सर सरकारी विभागों के कार्यक्रम पटना के प्रमुख होटलों में ही कराए जा रहे थे। इसमें तो कुछ ऐसे भी विभाग हैं जो बारी-बारी से पटना के सभी होटलों में अपना कार्यक्रम कर चुके हैं तो कुछ ने एक-दो को ही स्थाई ठिकाना बना लिया है। सरकार के इस निर्णय से अब सरकारी राशि के अपव्यय पर रोक लगेगी।
संजय कुमार