कौशलेन्द्र पाण्डेय,
छात्रा थक हार कर डीजीपी से गुहार लगाती है. छात्रा का कहना है कि वो डीजीपी को वाट्सअप पर इस बात की जानकारी देते हुए यह बताती है कि अगर ऐसा ही रहा तो मैं आत्महत्या कर लूंगी या पढ़ाई छोड़कर गांव चली जाउंगी. लेकिन ताज्जुब देखिए सूबे के पुलिस मुखिया के तरफ से भी कोई एक्शन नहीं होता है और थक हार कर वो लड़की पढ़ाई छोड़कर अपने गांव लौट जाती है.
क्या है पूरा मामला
खबर के मुताबिक पटना में गांव से आकर सरकारी नौकरी की तैयारी करने वाली छात्रा पुलिस की मदद नहीं मिलने के वजह से अपने गांव वापस लौट गई. छात्रा पटना में भिखना पहाड़ी के पास कोचिंग करती थी. वहां के रजिस्टर से धनंजय तिवारी नाम के लड़के ने उसका नंबर ले लिया और उसे लगातार परेशान करने लगा. छात्रा परेशान होकर वहां से कोचिंग छोड़ कर बोरिंग रोड में नए कोचिंग में क्लास करने लगी.लेकिन छात्रा के मुताबिक यह लड़का यहां भी इसे परेशान करने लगा.छात्रा के पिता ने इस बात को लेकर एसके पुरी थाना में केस दर्ज(259/19) करवाया. उसके बाद भी पटना पुलिस कुछ भी नहीं कर पाई और थक हार कर पढ़ाई बीच में ही छोड़कर अपने गांव लौटने के मजबूर हो गई.मनचले से आजिज आकर गर्ल्स हॉस्टल की छात्रा को शहर छोड़ना पड़ गया। आरोप है कि मनचले धनंजय तिवारी ने दिनदहाड़े उसका हाथ पकड़कर बाइक पर बैठाने की कोशिश की। छात्रा के पिता की लिखित शिकायत पर प्राथमिकी भी दर्ज हुई, लेकिन पुलिस ने उसे पकड़ने की जहमत नहीं उठाई। पटना हाईकोर्ट से आरोपित जमानत याचिका खारिज की जा चुकी है, बावजूद इसके वह पुलिस की गिरफ्त से बाहर है। मनचले ने अपनी हरकतों को जारी रखा जिससे आजिज आकर छात्रा राजधानी छोड़कर गांव लौट गई।
शुक्रवार को यह खबर जब मीडिया की सुर्खियों में आई तो सिटी एसपी (मध्य) विनय तिवारी ने छात्रा से संपर्क किया। थानाध्यक्ष नीरज कुमार सिंह ने बताया कि आरोपित मूलरूप से रोहतास जिले का रहने वाला है। पटना में वह बाजार समिति में किराए के मकान में रहता था। उसके ठिकानों पर लगातार दबिश दी जा रही है। वह जल्द गिरफ्त में होगा।