कौशलेन्द्र पाण्डेय, ग्रुप एडिटर
झारखण्ड चुनाव 2019 में झारखंड के मुख्यमंत्री रघुवर दास और बीजेपी से बाग़ी बने और दास कैबिनेट में मंत्री रहे सरयू राय आमने-सामने हैं।
ऐसे में हमारी सीआईएन की टीम ने जमशेदपुर की आम जनता से राय जाननी चाहिए कि भला उनके नज़र में किसका पलड़ा भारी नज़र आ रहा है… और इस बार जीत किसकी होगी???
जमशेदपुर पूर्वी विधानसभा के एक मतदाता से जब सीआईएन ने बात की तो उन्होंने बताया कि “रघुवर दास ने 25 साल के राज्य में कोई अच्छा काम नहीं किया है पर हां बीजेपी के उम्मीदवार हैं तो शायद वह जीत जाएँ।”
वहीं, दूसरी ओर सरयू राय झुग्गी-झोपड़ी वालों के बीच ज़्यादा लोकप्रिय हैं। यहाँ तो सब बीजेपी के नाम पर रघुवर दास को ही वोट करेंगे… असल टक्कर सरयू राय और रघुवर दास में ही है।”
वहीं की हर आम जनता इस बात का जवाब नहीं दे पा रही है कि पिछले पाँच सालों से झारखंड में ऐसा ही है लेकिन इससे झारखंड को क्या फ़ायदा मिला है???रघुवर दास की बजाय लोग सरयू राय के पास जाना और कोई काम करवाना ज़्यादा आसान मानते हैं और उन पर भरोसा करते हैं।हाल ही में एक वीडियो वायरल हुआ था जिसमें रघुवर दास यह कहते नज़र आए थे कि, “झारखंड को हम भ्रष्टाचार मुक्त, अपराध मुक्त और शिक्षा मुक्त बनाएँगे।”आम जनता का सीधा जवाब यही है कि शिक्षा मुक्त बनाने वाला सीएम तो उन्हें नहीं चाहिए… यह सत्य है कि सरयू राय जो हैं वह रघुवर दास को कड़ी टक्कर दे रहे हैं पर जीत किसकी होगी यह बता पाना बहुत मुश्किल है।अब देखना यह दिलचस्प होगा कि जहां एक ओर सरयू राय बीजेपी के वोट में ही सेंधमारी करेंगे… तो दूसरी ओर उनके पक्ष में सहानुभूति भी होगी और रघुवर दास के ख़िलाफ़ 25 सालो की सत्ता विरोधी लहर भी, लेकिन इन तमाम उलट परिस्थितियों की तुलना में उनके पक्ष में ज़्यादा चीज़ें हैं।”