नई दिल्ली-कौशलेन्द्र पाण्डेय,
निर्भया गैंगरेप और हत्या के चार दोषियों में एक अक्षय ठाकुर की फांसी पर रोक लगाने की मांग वाली याचिका पर सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई के दौरान वकील ने अजीबोगरीब दलीलों से सबको हैरत में डाल दिया। अक्षय की तरफ से पेश वकील एपी सिंह ने कानूनी तथ्यों का सहारा लेने की जगह इधर-उधर की बातें ही करते रहे और कोई भी नया तथ्य या नया सक्ष्य नहीं रख पाए। उन्होंने जस्टिस आर. भानुमति, जस्टिस अशोक भूषण और जस्टिस ए एस बोपन्ना की बेंच के सामने सतयुग, त्रेता से लेकर महात्मा गांधी, नाथूराम गोडसे, दिल्ली प्रदूषण और मानवाधिकार तक का हवाला दिया। हालांकि,तीनों जज इन दलीलों से सहमत नहीं दिखे और कई बार कहा कि ज्यादातर दलीलें ट्रायल कोर्ट से ही दी जा रही हैं।