पटना, बिहार में विपक्षी राजद की अगुवाई वाले विपक्षी महागठबंधन ने संशोधित नागरिकता कानून तथा प्रस्तावित राष्ट्रीय नगारिक पंजी के खिलाफ शनिवार को एकदिवसीय बंद का आह्वान किया था और इस दौरान बंद समर्थकों ने एक प्रमुख समाचार चैनल के पत्रकार के साथ दुर्व्यवहार किया । रिपब्लिक टीवी के पत्रकार प्रकाश सिंह ने मीडियाकर्मियों के साथ एक वीडियो साझा किया है, जिसमें बंद समर्थक राजधानी के डाकबंग्ला चौराहे पर उनके और कैमरामैन सूरज के साथ दुर्व्यवहार कर रहे हैं । वीडियो क्लिप में बंद समर्थक दोनों पर एक पार्टी के मीडियाप्लेटफार्म के लिए काम करने का आरोप लगा रहे हैं । उनमें से कुछ उनका कैमरा छीनते और उसे सड़क पर पटकते दिखाई दे रहे हैं जबकि कुछ अन्य लोग आसपास के लोगों को इसका वीडियो बनाने से मना करते दिखाई देते हैं । राष्ट्रीय जनता दल ने इस घटना से तत्काल अपने आपको अलग कर लिया है । राजद के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष और पूर्व केंद्रीय मंत्री रघुवंश प्रसाद सिंह ने कहा, ‘‘हम पत्रकारों पर हुए इस हमले की निंदा करते हैं और यह असामाजिक तत्वों का काम है जो बंद समर्थकों के भेष में आ गए और हमारे आंदोलन को प्रभावित करने का प्रयास किया । इस अलोकतांत्रिक कार्रवाई में राजद का कोई भी समर्थक शामिल नहीं हो सकता है।’’ भाजपा ने हालांकि, इसके लिए राजद-कांग्रेस गठबंधन पर आरोप लगाया है । प्रदेश भाजपा प्रवक्ता निखिल आनंद ने ट्वीट किया कि राजद-कांग्रेस को पत्रकार प्रकाश सिंह एवं कैमरामैन सूरज पर हमले के लिए शर्म आनी चाहिए । इस बारे में पूछे जाने पर पटना के पुलिस अधीक्षक ने बताया, ‘‘हम कह सकते हैं कि राजधानी में कहीं कोई बड़ी हिंसा नहीं हुई है। जहां तक पत्रकार पर हमले का सवाल है, हम मामले की जांच करेंगे और दोषियों की पहचान कर उनके खिलाफ कार्रवाई करेंगे ।’’
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संजय कुमार,