नई दिल्ली-कौशलेन्द्र पाण्डेय,
दिल्ली की 1731 कॉलोनियों को नियमित किए जाने को लेकर बीजेपी की ओर से आयोजित ‘धन्यवाद रैली’ में पीएम मोदी ने ‘पानी और प्रदूषण’ के मुद्दे पर केजरीवाल सरकार पर जोरदार वार किया। पीएम ने सशोधित नागरिकता कानून के खिलाफ प्रदर्शन को लेकर भी विपक्ष पर जोरदार निशाना साधा। पीएम ने कहा कि हमने किसी योजना के लिए किसी का धर्म नहीं पूछा। पीएम ने कहा, ‘जिन्हें मेरा विरोध करना है वे मेरे पुतले पर जूते मारें, लेकिन देश की संपत्ति ना जलाएं।पीएम ने अनधिकृत कॉलोनियों, सड़क, बस मेट्रो के मुद्दे पर भी केजरीवाल सरकार को घेरा। पीएम ने कहा, ‘यहां की सबसे बड़ी समस्या है पीने की पानी की। इन लोगों की (केजरीवाल सरकार) मानें तो पूरी दिल्ली में बिसलेरी जैसा पानी मिलता है। मैं पूछता हूं आप दिल्ली सरकार से सहमत हो? क्या आपको शुद्ध पानी मिलता है? पानी देखकर चिंता होती है कि नहीं? डर लगता है या नहीं? यह आपको भी झूठा बता रहे हैं। क्या आप झूठे हैं? क्या आप बेइमान हैं।’
पीएम ने कहा कि दिल्ली के लोगों को जो बताया गया है, लोग उसकी सच्चाई देख रहे हैं। सच्चाई यह है कि दिल्ली में आज सबसे अधिक वाटर प्यूरीफायर बिक रहे हैं। लोगों को यह खर्चा क्यों करना पड़ता है? जो प्यूरीफायर नहीं खरीद सकता उसे 40-50 रुपये में बोतल खरीदना पड़ता है। अधिकतर जगहों पर नल से पानी आता नहीं है, जो पानी आता भी है उस पर लोगों को विश्वास नहीं है।’
पीएम ने कहा, ‘प्रधानमंत्री उदय योजना के तहत आप लोगों को अपने मकान जमीन पर मालिकाना हक मिला है, संपूर्ण अधिकार मिला है। इसके लिए आपको बधाई। जिन्होंने इससे दिल्ली को दूर रखा और तरह-तरह के रोड़े अटकाए वह देख सकते हैं कि अपने घर पर हक मिलने की खुशी क्या होती है। आजादी के इतने दशकों बाद तक दिल्ली की एक बड़ी आबादी को डर, चिंता, छल कपट और झूठे चुनावी वादों से गुजरना पड़ा। गैर कानूनी, अवैध, जेजे क्लस्टर, सीलिंग, बुलडोर जैसे शब्दों के ईर्द-गिर्द एक बड़ी आबादी का जीवन सिमट गया था। चुनाव आते थे तो तारीख बढ़ जाती थी। बुलडोजर का पहिया रुक जाता था, लेकिन समस्या वहीं की वहीं रह जाती थी। इस समस्या के स्थायी समाधान के लिए मैंने इस काम को अपने हाथ में लिया।