बिजनौर-कौशलेन्द्र पाण्डेय,
नागरिकता संशोधन अधिनियम के विरोध प्रदर्शन में पुलिस के द्वारा गोली चलाने के दौरान एक 20 वर्षीय मोहम्मद सुलेमान की मौत हो गई थी। इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक, बिजनौर के पुलिस अधीक्षक संजीव त्यागी ने स्वीकार किया है कि उसकी मौत कॉन्सटेबल मोहित कुमार द्वारा आत्मरक्षा में चलाई गई गोली से हुई है। जिसके बाद से लोगों में आक्रोश और भी तेज हो गया है। वहीं मृतक के भाई शोएब ने नहटौर पुलिस स्टेशन के एसएचओ राजेश सिंह सोलंकी समेत छह पुलिसकर्मियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करवाया है। उन्होंने आरोप लगाया था कि वह नमाज अदा करने के बाद एक मस्जिद से लौट रहे थे,तभी पुलिस ने उन्हें उठाकर एक मदरसे के पास में ले जाकर गोली मार दी। एसएचओ सत्य प्रकाश सिंह ने कहा कि एफआईआर आईपीसी धारा 302 (हत्या), 147 (दंगा), 148 (दंगाई, घातक हथियार से लैस) और 149 के तहत प्राथमिकी दर्ज की गई है। बिजनौर के पुलिस अधीक्षक संजीव त्यागी ने कहा बैलिस्टिक रिपोर्ट से इस बात की पुष्टि होती है कि यह गोली कॉन्सटेबल मोहित कुमार की पिस्तौल से ही चलाई गई थी, जबकि मोहित कुमार के पेट से जो गोली मिली है, उसे किसी देसी कट्टे से चलाया गया था। हलांकि सुलेमान के पास से कोई हथियार नहीं मिला था।