नई दिल्ली-कौशलेन्द्र पाण्डेय,
हाल में झारखंड की सत्ता छिनने के बाद बीजेपी डैमेज कंट्रोल की नीति के तहत दिल्ली की गद्दी हासिल करने की जीतोड़ कोशिश में जुट गई है। इसी क्रम में पार्टी अध्यक्ष अमित शाह ने कार्यकर्ताओं में जोश भरने के लिए इंदिरा गांधी स्टेडियम में कार्यकर्ता सम्मेलन को संबोधित किया। इस दौरान वह दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल और उनकी आम आदमी पार्टी (आप) पर जमकर बरसे। उन्होंने नागरिकता संशोधन कानून के मुद्दे पर कांग्रेस को भी घेरा। शाह ने कहा कि राहुल और प्रियंका गांधी ने सीएए पर जनता को गुमराह किया।
शाह ने सीएए के विरोध में दिल्ली में प्रदर्शनों के दौरान फैली हिंसा के लिए कांग्रेस और आम आदमी पार्टी को दोषी ठहराया। उन्होंने कहा, ‘सीएए को लेकर जनता को गुमराह करने का काम किया गया। कांग्रेस पार्टी के राहुल बाबा और प्रियंका वाड्रा ने सीएए पर जनता को गुमराह कर दंगे कराने का काम किया है। 1984 में सिखों का नरसंहार हुआ। कई सिख भाई-बहनों का कत्लेआम कर दिया। कांग्रेस की सरकारें उनके घावों पर मरहम नहीं लगाती थी। मोदी सरकार ने हर पीड़ित को 5-5 लाख रुपये का मुआवजा दिया और जो दोषी थे उन्हें जेल की सलाखों के पीछे डाला।गृहमंत्री ने पाकिस्तान के ननकाना साहिब में गुरुद्वारे पर हुए हमले के बहाने भी विपक्षी दलों को निशाने पर लिया। उन्होंने कहा, ‘केजरीवाल, राहुल और सोनिया गांधी आंख खोलकर देख लें। पाकिस्तान ने ननकाना साहिब जैसे पवित्र स्थल पर हमला करके सिख भाइयों को आतंकित कर दिया है।’ राम जन्मभूमि को लेकर भी शाह ने विपक्षियों को आड़े हाथों लिया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने राम जन्मभूमि के मामले को बहुत वर्षों से रोककर रखा थी। वह कोर्ट में इसका विरोध करती थी। सुप्रीम कोर्ट ने अब फैसला दिया है कि राम जन्मभूमि पर मंदिर बनना चाहिए जो देश के करोड़ लोगों की इच्छा थी।