दिल्ली-कौशलेन्द्र पाण्डेय,
दिल्ली विधानसभा चुनावों की तारीखों का एलान हो चुका है। आम आदमी पार्टी के मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल अपनी जीत को लेकर आश्वस्त है। तो भारतीय जनता पार्टी दावा कर रही है कि इस बार उनकी सरकार ही दिल्ली की कुर्सी संभालेगी। जबकि कांग्रेस एक बार फिर दिल्ली में सरकार बनाने को लेकर प्रयास कर रही है। इन सब के बीच दुष्यंत चौटाला की पार्टी जेजेपी (जननायक जनता पार्टी) भी दिल्ली चुनावों में उतरने की तैयारी कर रही है। जेजेपी को लगता है कि दिल्ली में 10 से 13 सीटें पार्टी जीत सकती है। अभी जेजेपी और बीजेपी की गठबंधन सरकार हरियाणा में है।
हरियाणा में बीजेपी के साथ सरकार बनाने वाली जेजेपी दिल्ली में भी बीजेपी का साथ चाहेगी। लेकिन बीजेपी जेजेपी के लिए दिल्ली में 10 से 13 सीटें छोड़े ऐसा होना थोड़ा मुश्किल है। खबरों की माने तो जेजेपी दिल्ली की पालम विधानसभा, नजफगढ़, महरौली, नांगलोई आदि 10 से 13 सीटों पर चुनाव लड़ना चाहती है। इससे पहले बीजेपी दिल्ली में अकेले चुनाव लड़ते हुए आई है हालांकि करीब 22 सालों से दिल्ली में बीजेपी का मुख्यमंत्री नहीं बन सका है।
दिल्ली विधानसभा में बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष मनोज तिवारी केजरीवाल को हराने का वादा कर रहे हैं। अभी जो समीकरण बन रहे हैं उसके अनुसार बीजेपी का जेजेपी के लिए सीटें छोड़ना नामुमकिन लगता है। ऐसे में देखना होगा कि क्या जेजेपी दिल्ली में अकेले दम पर चुनावी मैदान में आ सकती है।