वाशिंगटन /नई दिल्ली
अनुज मिश्रा /
अमेरिका और ईरान दोनों देश के बीच जारी तनाव के बीच अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप देश को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि ईरान के मिसाइल हमले में हमें कोई भारी नुकसान नहीं हुआ है और न ही किसी अमेरिकी सैनिक की मौत हुई है। सिर्फ सैन्य ठिकाने को थोड़ा बहुत नुकसान पहुंचा है। ट्रंप ने एक बार फिर दोहराते हुए कहा कि ईरान को परमाणु ताकत बनने का अपना सपना छोड़ देना चाहिए।अमेरिका के पास कई ताकतवर मिसाइलें हैं लेकिन हम शांति चाहते हैं और उनका इस्तेमाल करना नहीं चाहते हैं ।ईरान द्वारा कल रात के हमले में किसी भी अमेरिकी को नुकसान नहीं पहुचा है। कोई हताहत नहीं हुआ है। हमारे सभी सैनिक सुरक्षित हैं, केवल हमारे सैन्य ठिकानों को थोड़ा नुकसान हुआ है।जब तक मैं राष्ट्रपति हूं, ईरान को परमाणु हथियार रखने की अनुमति कभी नहीं दी जाएगी।ट्रंप ने राष्ट्रीय सुरक्षा दल के साथ बैठक की जिसमें विदेश मंत्री माइक पोम्पियो और रक्षा मंत्री मार्क एस्पर मौजूद थे। हालांकि बैठक की आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है। व्हाइट हाउस के मुताबिक राष्ट्रपति ट्रंप ने कतर अमीर शेख तमीम बिन हदम अल थानी से बात की और अमेरिका के साथ उनके देश की मजबूत साझेदारी के लिए शुक्रिया अदा किया। दोनों नेताओं ने इराक और ईरान में हालात पर चर्चा की।इससे पहले इराक में अमेरिकी सैन्य बेस पर हमले के अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने ट्विटर पर ऑल इज वेल (All is Well!) लिखा। ट्रंप ने इसी ट्वीट में आगे कहा कि घायलों और हताहतों की मदद की जा रही है। अब तक सब कुछ अच्छा चल रहा है। हमारे पास दुनिया की सबसे शक्तिशाली सेना है। मैं इसको लेकर जल्द बयान दूंगा।
इराक के हमले के बाद व्हाइट हाउस की तरफ से कहा गया कि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प, इराक में अमेरिका पर हुए हमले की बारीकी से निगरानी कर रहे हैं। व्हाइट हाउस के प्रेस सचिव स्टेफनी ग्रिशम ने ट्वीट किया, ‘हम इराक में अमेरिकी सुविधाओं पर हमलों की रिपोर्ट से अवगत हैं। राष्ट्रपति को हमले की जानकारी दी गई है और वह राष्ट्रीय सुरक्षा टीम के साथ स्थिति पर करीब से नजर रख रहे हैं और इसपर सलाह ले रहे हैं।