- प्रिया सिन्हा
- आरा में वीर कुंवर सिंह विश्वविद्यालय में सर्वदलीय छात्र संगठन सीनेट की बैठक का विरोध कर रहे हैं… छात्रों का ये विरोध कई मुद्दों को लेकर जारी है… वहीं, जैसे ही विश्वविद्यालय में सीनेट की बैठक शुरू हुई छात्र संगठन के लोग आक्रोशित हो गए और उन छात्रों ने हंगामा शुरू कर दिया। गौरतलब है कि इस स्थिति को नियंत्रण करने के लिए विश्वविद्यालय में मौजूद पुलिसकर्मियों ने उन पर लाठी चार्ज कर दिया।
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार इस दौरान पुलिसिया लाठीचार्ज में कई छात्र जख्मी हो गए। इस भारी हंगामे और लाठीचार्ज के बीच एक पुलिस के एसआई को भी चोटें लगी हैं जिनका स्थानीय अस्पताल में इलाज चल रहा है… वहीं छात्रों पर लाठीचार्ज की खबर सुनते ही अन्य कई छात्र संगठन के नेताओं ने विश्वविद्यालय में पहुंचकर हंगामा किया है।
यही नहीं, उन लोगों ने सिनेट बैठक में भाग लेने आए सदस्यों की गाड़ी को निशाना बनाया और उनके वाहनों में तोड़फोड़ भी की। बता दें कि 10 जनवरी, 2020 को वीर कुंवर सिंह विश्वविद्यालय में 637.27 करोड़ के घाटे के बजट पर चर्चा करने के लिए विश्वविद्यालय प्रशासन ने सीनेट की बैठक आयोजित की थी… कई अहम मुद्दों पर चर्चा के साथ-साथ यहां विश्वविद्यालय के अंदर और विकास करने के संबंध में महत्वपूर्ण निर्णय लेने के लिए बैठक भी आयोजित की गई थी जिसको लेकर छात्र संगठन के नेताओं ने आपत्ति जताते हुए विरोध किया है।
वहीं, इस मामले में छात्रों का कहना है कि सीनेट की बैठक में जो बजट पेश किया जा रहा है वह घाटे का बजट नहीं था… विश्वविद्यालय के प्रशासनिक चूक की वजह से यह अनियमितता हुई है। और तो और विश्वविद्यालय प्रशासन ने जानबूझकर महाराजा कॉलेज को निजी कॉलेज के साथ टैग कर दिया है।
छात्रों ने आगे यह भी कहा कि उनकी संख्या के अनुसार छात्रावास का निर्माण नहीं हो पा रहा है… कोर्स ड्यूरेशन के साथ-साथ सभी कॉलेज में पुस्तकालय और मूलभूत सुविधा को लेकर सीनेट बैठक में बात उठाने लेकर हम सभी छात्र संगठन के लोग विरोध दर्ज करा रहे थे… तभी विश्वविद्यालय प्रशासन के इशारे पर पुलिस ने आंदोलन कर रहे छात्रों पर बर्बरता से लाठीचार्ज की।
जबकि दूसरी ओर घायल एसआई का कहना है कि वो लोग हंगामा कर रहे छात्रों को नियंत्रण करने के लिए पीछे की ओर कर रहे थे और बस तभी कुछ छात्रों ने उन पर हमला बोल दिया। इस हमले में वह इस घटना में जख्मी भी हो गए। हंगामा और लाठी चार्ज की घटना के बाद अभी भी विश्विद्यालय के अंदर कई छात्र संगठन के लोग नाराजगी जताते हुए विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं।