पुष्कर पराग.
दिल्ली में शिरोमणि अकाली दल और भाजपा का गठबंधन टूट गया है। दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के अध्यक्ष मनजिंदर सिंह सिरसा ने कहा कि नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) पर अकाली दल के स्टैंड की वजह से गठबंधन नहीं हो सका है। सिरसा ने कहा कि भाजपा शिअद बादल के अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल से सीएए पर अपना स्टैंड बदलने की मांग कर रही थी।दिल्ली में भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) और अकाली दल का गठबंधन टूट गया है. सूत्रों के अनुसार, अकाली दल के नेतृत्व ने बीजेपी के केंद्रीय नेतृत्व को साफ कर दिया था कि इस बार उनकी पार्टी अपने चुनाव चिन्ह पर चुनाव लड़ेगी.बीजेपी अकाली दल की मांग पर सहमत नहीं हुई. पिछले विधानसभा चुनाव में अकाली दल हरिनगर, कालकाजी, राजौरी गॉर्डन और शाहदरा विधानसभा सीटों पर चुनाव लड़ा था. बता दें कि दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए बीजेपी ने 57 उम्मीदवारों की सूची शुक्रवार को जारी कर दी थी. पार्टी ने 13 सीटों पर उम्मीदवारों का एलान नहीं किया है. इन सीटों पर बीजेपी की सहयोगी पार्टियों के साथ बातचीत जारी है.बताया जा रहा था कि एनडीए के घटक दल शिरोमणि अकाली दल को दो सीटें देने पर सहमति बन गई थी और कहा जा रहा था कि अकाली दल का एक उम्मीदवार बीजेपी के कोटे से विधानसभा चुनाव लड़ेगा. ध्यान रहे कि राजौरी गार्डन से अकाली दल के मनिंदर सिंह सिरसा फिलहाल बीजेपी के ही सिंबल पर विद्यायक हैं.सूत्रों के मुताबिक, गुरुवार को केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक में नई दिल्ली विधानसभा क्षेत्र पर कोई चर्चा नहीं हुई. माना जा रहा है कि नई दिल्ली विधानसभा क्षेत्र से उम्मीदवारी को लेकर बीजेपी पसोपेश में है. पार्टी इस सीट पर किसी बड़े नेता को लड़ाने की सोच रही है.