अनुज मिश्रा :नई दिल्ली
भारत में गणतंत्र दिवस को बहुत अहम दिन माना जाता है। इस दिन हमारे देश का संविधान लिखा गया था। गणतंत्र दिवस से सभी भारतीयों की भावनाएं जुडी हुई हैं। गणतंत्र के 71 वर्ष पूरे हो गए हैं। आजादी के बाद देश को चलाने के लिए डॉ भीमराव अम्बेडकर के नेतृत्व में हमारे देश का संविधान लिखा गया, जिसे लिखने में पूरे 2 साल 11 महीने और 18 दिन लगे। 26 जनवरी 1950 को सुबह 10:18 मिनट पर भारत का संविधान लागू किया गया था और इसी उपलक्ष्य में हम 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस के रूप में मनाने लगे।राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने आज राजपथ पर तिरंगा फहराया और परेड की सलामी ली। परेड में देश की बढ़ती हुई सैन्य शक्ति, बहुमूल्य सांस्कृतिक विरासत और सामाजिक-आर्थिक प्रगति का भव्य प्रदर्शन किया जा रहा है। भारत के गणतंत्र के रूप में स्थापित होने की वर्षगांठ पर आयोजित नब्बे मिनट के समारोह में ब्राजील के राष्ट्रपति जायेर बोलसोनारो मुख्य अतिथि हैं। उपग्रह भेदी हथियार ‘शक्ति, थलसेना का युद्धक टैंक भीष्म, इन्फैंट्री युद्धक वाहन’ और हाल ही में भारतीय वायु सेना में शामिल किए गए चिनूक और अपाचे युद्धक हेलीकाप्टर भव्य सैन्य परेड का हिस्सा है। राजपथ पर राष्ट्र की बहुमूल्य सांस्कृतिक धरोहर और आर्थिक प्रगति को दर्शाने वाली 22 झांकियों में से 16 झांकियां राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों की हैं और छह विभिन्न मंत्रालयों और विभागों की। स्कूली बच्चे नृत्य और संगीत के माध्यम से युगों पुरानी योग परंपरा और आध्यात्मिक मूल्यों का संदेश देंगे। गणतंत्र दिवस परेड समारोह की शुरुआत में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इंडिया गेट के समीप स्थित राष्ट्रीय समर स्मारक पर जाकर कृतज्ञ राष्ट्र की ओर से शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित की।