प्रिया सिन्हा,
पिछले साल दिसंबर में हुई नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) के विरोध में हिंसा के मामले में उत्तर प्रदेश पुलिस ने लगभग 4 दिनों के अंदर 108 लोगों को गिरफ्तार कर लिया है। बता दें कि यह सभी पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएफआई) के कार्यकर्ता हैं।
वहीं, यूपी के कार्यवाहक डीजीपी हितेश चंद्र अवस्थी का कहना है कि पीएफआई संभल, मुजफ्फरनगर, लखनऊ, शामली जिलों में सक्रिय है। गौरतलब है कि 19 और 20 दिसंबर को हिंसा भड़काने के लिए पीएफआई के कार्यकर्ता ही जिम्मेदार माने गए थे।
डीजीपी हितेश चंद्र अवस्थी ने कहा कि “पिछले 4 दिनों में पीएफआई के 108 कार्यकर्ताओं को हिंसा के दौरान उनकी भूमिका के लिए गिरफ्तार किया गया है। इसी के साथ लखनऊ में 14, बहराइच में 16, सीतापुर में 3, मेरठ में 21, गाजियाबाद में 9, मुजफ्फरनगर में 6, शामली में 7, बिजनौर में 4, वाराणसी में 20, कानपुर में 5, गोंडा, हापुड़ और जौनपुर में एक-एक पीएफआई सदस्यों को गिरफ्तार किया गया है। हम प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) और केंद्रीय एजेंसियों के संपर्क में भी हैं।“
वहीं, दूसरी ओर डीजीपी हितेश चंद्र अवस्थी के साथ पीसी करते हुए अतिरिक्त गृह मुख्य सचिव अवनीश अवस्थी ने बताया कि पिछले साल दिसंबर में उत्तर प्रदेश में सीएए के खिलाफ हुए प्रदर्शन के मामले पीएफआई के 25 कार्यकर्ताओं को पहले ही गिरफ्तार किया जा चुका है।
अवनीश अवस्थी ने आगे बताया कि “हम उनकी फंडिंग के बारे में जांच कर रहे हैं. आर्थिक स्तर पर जांच पूरी हो चुकी है…”