कौशलेन्द्र पाण्डेय,
पटना, ८ फ़रवरी। नगर के अनेक विशेषज्ञ चिकित्सकों के सहयोग से शनिवार को बेउर स्थित इंडियन इंस्टिच्युट औफ़ हेल्थ एडुकेशन ऐंड रिसर्च में निःशुल्क स्वास्थ्य जागरूकता एवं जाँच शिविर का आयोजन किया गया, जिसमें केसर, मानो–रोग, अस्थि–रोग समेत स्वास्थ्य–संबंधी अनेक समस्याओं के विषय में विशेषज्ञ चिकित्सकों के द्वारा तकनीकी जानकारी दी गई तथा तीन सौ से अधिक छात्र–छात्राओं एवं अन्य मरीज़ों की स्वास्थ्य जाँच की गई तथा रोगियों को निःशुल्क दवाइयाँ भी उपलब्ध कराई गई।
शिविर का उद्घाटन करते हुए, संस्थान के निदेशक–प्रमुख डा अनिल सुलभ ने कहा कि इस तरह के वैज्ञानिक जागरूकता शिविर का इस रूप में बड़ा लाभ है कि इससे चिकित्सा–विज्ञान से जुड़े छात्रगण ही नहीं आम नागरिक भी बहुत हद तक रोगों की समस्या को जड़ से समझ पाते हैं। ऐसे शिविरों से मरीज़ों को सीधा लाभ तो मिलता ही है, जीवन को गुणवत्तापूर्ण, मूल्यवान और निरोग बनाने का ज्ञान भी मिलता है।
सुप्रसिद्ध स्पाइन सर्जन डा गौतम आर प्रसाद ने कहा कि स्पाइन–सर्जरी से डरने की कोई आवश्यकता नही है। विकसित तकनीक से आज स्पाइन की शल्य चिकित्सा भी सहज और सरल हो गई है। इसलिए रीढ़ की हड्डी में किसी शिकायत को नज़र–अन्दाज़ न करते हुए, चिकित्सक के परामर्श पर इसकी सर्जरी कराने में घबड़ाएँ नहीं।
प्रसिद्ध अस्थि–रोग विशेषज्ञ डा राजीव रंजन ने कहा कि जागरूक रहने से हम अनेक प्रकार के अस्थि–रोगों से बचे रह सकते हैं। इस संबंध में सामान्य ज्ञान से विकलांगता से भी बचा जा सकता है और विकलांग जनों के पुनर्वास में भी यह ज्ञान सहायक सिद्ध होता है।
हृदय रोग विशेषज्ञ डा राम सागर राय ने भी अपना वैज्ञानिक–पत्र प्रस्तुत करते हुए, हृदय–रोग से बचाव के संबंध में जानकारी दी तथा बताया कि संतुलित और नियंत्रित आहार के साथ व्यायाम और प्राणायाम को नियमित दिनचर्या में सम्मिलित कर इस घातक बीमारी को काफ़ी हद तक रोका जा सकता है।
चर्चित मनोरोग और पुनर्वास विशेषज्ञ डा नीरज कुमार वेदपुरिया ने कहा कि तन के साथ मन के स्वास्थ्य के प्रति भी जागरूक रहना चाहिए,क्योंकि मानव–शरीर पर उसके मन का गहरा प्रभाव पड़ता है। मन की अस्वस्थता की स्थिति में जीवन अत्यंत हेय हो जाता है।
इस अवसर पर संस्थान के विशेष शिक्षा विभाग के अध्यक्ष प्रो कपिलमुनि दूबे, डा अनूप कुमार गुप्ता, अभिजीत पाण्डेय, डा नवनीत कुमार तथा डा ख़ालिद अंजुम खान ने भी अपने विचार व्यक्त किए। मंच का संचालन संतोष कुमार सिंह ने किया।