दिल्ली के गार्गी कॉलेज में छात्रों के साथ छेड़छाड़ की घटना का विवाद बढ़ता जा रहा है। एक तरफ छात्रों ने फेस्टिवल के दौरान कॉलेज के बाथरूम में गंदी हरकत करने वालों के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है तो वहीं दूसरी तरफ संसद में इस मामले को संजय सिंह ने उठाने का नोटिस राज्यसभा में दे दिया है। महिला आयोग ने लिया संज्ञान मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, राष्ट्रीय महिला आयोग ने गार्गी कॉलेज की छात्राओं के साथ कथित यौन उत्पीड़न मामले पर संज्ञान लिया है। एनसीडब्ल्यू की एक टीम आज कॉलेज का दौरा करेगी। संसद में उठेगा मामला वहीं आम आदमी पार्टी से राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने गार्गी कॉलेज में फेस्टिवल के दौरान छात्रों के साथ हुए अभद्र व्यवहार को लेकर सदन में शून्यकाल नोटिस दिया है। इस मामले को लेकर पुलिस ने कहा कि हमें किसी तरह की कोई शिकायत नहीं मिली है। सीएए समर्थकों पर लगा अश्लील हरकत करने का आरोप इसके अलावा इस मामले को सीएए समर्थकों के जोड़कर भी लोग सोशल मीडिया पर बयान दे रहे हैं। 6 फरवरी को सीएए के समर्थक दिल्ली के गार्गी कॉलेज में घुस गए। वहां पर मौजूद छात्राओं के साथ अश्लील हरकतें की। ऐसे में सीएए का समर्थन कौन कर रहा है। इसको बताने की जरूरत नहीं। लेकिन अभी पुलिस कार्रवाई और जांच के बाद ही पता चलेगा कि आखिर पूरा मामला क्या है। पूरा मामला बीते दिनों वार्षिक समारोह के दौरान गार्गी कॉलेज में कुछ लोग दीवार फांसकर कॉलेज में घुस गए थे। जिन्होंने छात्राओं के साथ अश्लील हरकतें की। छात्रों ने आरोप लगाया है कि शराब पीने वाले एक ग्रुप के लोग 6 फरवरी को कॉलेज फेस्टिवल दौरान परिसर में घुस गए और महिला छात्राओं के साथ छेड़छाड़ और उत्पीड़न किया। गार्गी कॉलेज में दीवार फांद अंदर घुसे शराबी, छात्राओं से अश्लील हरकत की और वॉशरूम में बंद किया। छात्रों ने आरोप लगाया है कि कॉलेज में घुसने वाले बाहरी लोग पास में एक समर्थक सीएए रैली में भाग ले रहे थे, जब उन्होंने कॉलेज में प्रवेश किया और छात्रों को परेशान किया। इसके बाद गार्गी कॉलेज के कार्यवाहक प्रिंसिपल ने मामले पर कहा कि यह कार्यक्रम अन्य डीयू कॉलेजों में पढ़ने वाले लड़कों के लिए खुला था। हमारे पास कैंपस और स्टाफ पर पुलिस, कमांडो और बाउंसर थे।
कौशलेन्द्र पाण्डेय