प्रिया सिन्हा, भगवान श्रीकृष्ण ने कर्म, धर्म, ज्ञान और भक्ति की स्पष्ट, सरल, सहज और सुबोध व्याख्या की है। बस मन लगाकर इसका अध्ययन करने से मन प्रसन्न होता है। ऐसा करनेवाले हर कर्मशील प्राणी को गहन कर्म बोध होता है। इस बात को अमल करते हुए 2019-20 गीता के प्रथम अध्याय के श्लोक चैन्टिंग प्रतियोगिता में शारदा ग्लोबल स्कूल के छात्रों ने उत्कृष्ट प्रदर्शन कर गीता के महत्व को गरिमा प्रदान की है।
वहीं, छात्रों ने विद्यालय एवं नगर स्तरीय प्रतिस्पर्धा में अनेक पदक जीतकर विद्यालय की गरिमा बढ़ाई है। छठी कक्षा के शान एवं के.जी. I के आर्यन ने सभी स्तरों पर होने वाली स्पर्धा में प्रथम एवं तृतीय स्थान प्राप्त किया।
विद्यालय की प्राचार्या महोदया डॉ. रंजना स्वरुप ने विजयी प्रतिभागियों को सर्टिफिकेट एवं पदक देकर सम्मान किया। और साथ ही छात्रों को और अधिक अच्छा करने की प्रेरणा दी तथा गीता के महत्व पर प्रकाश डालते हुए कहा कि गीता हमारी अनमोल धरोहर है जहां जीवन के प्रत्येक क्षेत्र के प्रति प्रेरणा प्राप्त होती है। गीता के सार को अपने जीवन में उतारने की आवश्यकता हम सबको है और इस प्रकार के आयोजित कार्यक्रमों से भारतीय संस्कृति एवं संस्कृत के प्रति छात्रों की रूचि का वर्धन होता है।