निखिल दुबे, भारत सरकार के फैसले पर विरोध जताने को लेकर आज लुधियाना में धरना प्रदर्शन किया जा रहा है। केंद्र सरकार द्वारा बनाए गए काले कानून के खिलाफ दिल्ली के शाहीन बाग की तरह लुधियाना में भी रोजाना प्रदर्शन 12 फरवरी से जालंधर बाईपास चौंक में शुरू किया जाएगा। यह एलान शहर की ऐतिहासिक जामा मस्जिद में सोमवार को शाही इमाम पंजाब मौलाना हबीब उर रहमान सानी लुधियानवी ने विभिन्न धार्मिक व सामाजिक संस्थाओं के सदस्यों से बैठक के बाद पत्रकार वार्ता में किया।
शाही इमाम ने कहा कि जालंधर बाईपास को इसलिए चुना गया है, क्योंकि वहां संविधान निर्माता बाबा साहिब डॉ. भीम राव आंबेडकर की प्रतिमा लगी हुई है। यह आंदोलन संविधान को बचाने और प्रत्येक भारतीय के आत्म सम्मान के लिए किया जाएगा।शाही इमाम ने कहा कि इस रोजाना के प्रदर्शन की शुरुआत सभी धर्मो द्वारा प्रार्थना के बाद शुरू की जाएगी। इस प्रदर्शन में शहर के सभी समुदायों के लोग हिस्सा लेंगे और सभी को इस प्रदर्शन में आमंत्रित किया गया है।शाही इमाम ने बताया कि रोजाना सुबह 10 से रात 10 बजे तक होने वाले प्रदर्शन में विभिन्न संगठन संबोधित करेंगे। इस प्रदर्शन में महिलाएं भी शामिल होंगी।पत्रकार वार्ता के दौरान उन्होंने कहा कि आंदोलन सीएए, एनआरसी व एनआरपी जैसे कानूनों के खिलाफ है। जिसे केंद्र की सरकार एक साजिश के तहत देश में धर्म और जाति के नाम पर लोगों को बांटने के लिए लाना चाहती है। उन्होंने आगे कहा कि इस रोजाना के प्रदर्शन को सुचारू रूप से चलाने के लिए कमेटियों का गठन किया गया है जिनमें प्रबंधक कमेटी, तालमेल कमेटी, सुरक्षा कमेटी व प्रेस कमेटी गठित शामिल होगी।