प्रिया सिन्हा,
आगरा-लखनऊ एक्सप्रेसवे में एक दर्दनाक बस दुर्घटना हो गई जिसमें अब तक 14 लोगों की मौत हो गई है और 25 यात्री घायल हुए हैं। बता दें कि इस बात की जानकारी फिरोजाबाद जिलाधिकारी चंद्र विजय सिंह ने खुद की है। जिलाधिकारी का कहना है कि मृतकों और घायलों को उनके घर तक पहुंचाने का कार्य प्रशासन द्वारा किया जाएगा।
जिलाधिकारी की मानें तो अब तक की जांच से यही लग रहा है कि इस हादसे में गलती ट्रक के ड्राइवर की थी।
जिलाधिकारी फिरोजाबाद चंद्र विजय सिंह का कहना है कि 12 फरवरी की देर रात आगरा-लखनऊ एक्सप्रेसवे के माइलस्टोन 71 पर हुए हादसे में बस दिल्ली से बिहार जा रही थी। यह स्लीपर बस थी। प्रथम दृष्यता घटना में सामने आया है कि एक ट्रॉला का टायर पंचर होने की वजह से वह सड़क पर खड़ा था। ट्रॉला के कर्मचारी पहिया ठीक करने में लगे हुए थे। ट्रॉला को साइड में करने की कोशिश की गई लेकिन वह हो नहीं सका।
इसी बीच एक स्लीपर बस आ रही थी उसे यह नहीं मालूम था कि जो आगे जो गाड़ी है वह खड़ी हुई है और बस उससे टकरा गई। इस हादसे में 13 लोगों की रात में मौत हो गई थी और वहीं, बस ड्राइवर की मौत 13 फरवरी की सुबह को हो गई जिससे मरने वालों की संख्या अब 14 हो गई है। इस बस में यात्रा कर रहे अधिकांश यात्री बिहार के बताए जा रहे हैं।
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार बस में क्षमता से अधिक सवारी थीं… वहीं, इस संबंध में डीएम ने कहा ऐसा नहीं है। बस में 40 से 45 लोग ही थे जो रात का समय होने के कारण सो रहे थे। फिल्हाल पूरे मामले की जांच चल रही है।