दक्षिणी दिल्ली नगर निगम के अंतर्गत मुनिरका गांव में झुकी हुई इमारत रविवार को गिरा दी गई। हालांकि इमारत गिराने में निगम प्रशासन को पिछले तीन दिनों तक काफी मशक्कत करनी पड़ी। इसके झुकने से आसपास के निवासियों में डर का माहौल व्याप्त था। गौरतलब है कि निगम प्रशासन को इमारत के झुकने की जानकारी गुरुवार को पता चली थी। इसके बाद निगम का दस्ता इमारत को गिराने के लिए शुक्रवार सुबह मौके पर जेसीबी मशीनें लेकर पहुंचा। मशीन से इमारत गिराने की कोशिश की गई लेकिन वह नहीं गिर सकी। इसके बार शनिवार को बड़ी मशीनें मंगाई गईं। यातायात पुलिस ने अहतियात के तौर पर बाबा गंगनाथ मार्ग को बंद भी कर दिया था लेकिन शनिवार को भी इमारत नहीं गिराई जा सकी। रविवार सुबह करीब 11 बजे भवन को गिराया जा सका। निगम ने अब वहां से मलबा हटवाना शुरू किया है। जब इमारत गिरी तो वह साथ के दो मकानों पर जा गिरी। निगम ने इन मकानों में रहने वाले लोगों को हटा तो दिया था लेकिन मकानों को नुकसान पहुंचा है। ऐसे में निगम की इमारत गिराने की तकनीक पर सवाल खड़े हो रहे हैं।