बिहार विधानसभा बजट सत्र की शुरुआत हो चुकी है। वहीं, विपक्ष ने राज्यहित के मुद्दों पर सरकार को सदन में घेरने का ऐलान कर रखा था, जिसके बाद बजट सत्र के हंगामेदार रहने के आसार के पहले से ही थे।
दूसरी ओर विधानसभा परिसर के बाहर विपक्षी दल के नेता आरक्षण, सीएए, एनआरसी, एनपीआर के मुद्दे पर नारेबाजी और प्रदर्शन कर रहे हैं। वहीं, उप मुख्यमंत्री सह वित्तमंत्री सुशील कुमार मोदी 2020-21 का बजट पेश करेंगे।
यही नहीं, विपक्ष के हंगामे के बीच बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार विधानसभा पहुंचे जहां विधानसभा अध्यक्ष ने उनका स्वागत किया। विधानसभा परिसर के गेट पर आरजेडी, वामदल के विधायक जमकर हंगामा-प्रदर्शन कर रहे हैं और इसी के साथ विपक्षी दल CAA और NPR को वापस लेने की मांग कर रहे हैं।
खबरों के अनुसार आरजेडी विधायक भाई वीरेंद्र ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से एनआरसी के खिलाफ प्रस्ताव पारित कराने की मांग की व साथ ही नियोजित शिक्षकों के हड़ताल के मुद्दे पर भी विपक्ष मुखर है। विधायकों ने नियोजित शिक्षकों के समान काम के बदले समान वेतन लागू करने की मांग की।
बताते चलें कि बिहार का बजट सत्र 31 मार्च तक चलेगा और इस दौरान कुल 22 बैठकें ही होंगी। बजट सत्र के पहले दिन बिहार विधान सभा के विस्तारित भवन में राज्यपाल फागू चौहान बिहार विधानसभा और बिहार विधान परिषद के सदस्यों को संयुक्त रूप से संबोधित किया।
प्रिया सिन्हा