प्रिया सिन्हा, चीफ सब एडिटर.
जनता दल यूनाइटेड यानी कि जेडीयू के उपाध्यक्ष पद से कुछ दिन पहले ही हटाए गए और पार्टी से निकाले गए प्रशांत किशोर आजकल नीतीश कुमार के पीछे हाथ धोकर पड़े हुए हैं।
बता दें कि प्रशांत किशोर ने ट्वीट कर नीतीश कुमार के 200 सीटें जीतने के दावे और दिल्ली हिंसा पर चुप रहने को लेकर बड़ा हमला बोला है। दरअसल, प्रशांत किशोर ने नीतीश कुमार को टैग करते हुए ट्वीट किया कि पटना में जेडीयू कार्यकर्ता की ‘भारी भीड़’ को संबोधित करते हुए नीतीश कुमार ने 200 सीटें जीतने का दावा किया है लेकिन यह नहीं बताया कि 15 साल के उनके ‘सुशासन’ के बावजूद बिहार आज भी देश का सबसे पिछड़ा और गरीब राज्य क्यों हैं??? इसके अलावा यह बुरा लगा कि उनकी ओर से दिल्ली हिंसा पर एक शब्द भी नहीं बोला गया है।
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि नीतीश कुमार के जन्मदिन के मौके पर पटना के गांधी मैदान में जेडीयू का कार्यकर्ता सम्मेलन आयोजित किया गया था और इस सम्मेलन में उम्मीद से कम भीड़ जुटने पर प्रशांत किशोर ने ‘भारी भीड़’ कहकर तंज भी कसा था। वहीं, इस सम्मेलन को संबोधित करते हुए नीतीश कुमार ने यह कहा था कि – ‘हम (एनडीए) इस साल होने वाले चुनाव में 200 से अधिक सीट जीतेंगे…’
यही नहीं, प्रतिपक्ष के नेता तेजस्वी प्रसाद यादव ने ट्विटर पर पटना के गांधी मैदान में आयोजित हुए जदयू के कार्यकर्ता सम्मेलन की तस्वीरें डालते हुए कटाक्ष किया है – ‘मुख्यमंत्री नीतीश जी के जन्मदिन के शुभ उपलक्ष्य पर पटना के गांधी मैदान में आयोजित महारैला सह महानुक्कड़ सभा सह महाकार्यकर्ता सम्मेलन की महासफलता पर महाबधाई। 200 सीट जीतने का दावा करने वाले सत्ताबल, धनबल, बाहुबल एवं अश्लील नाच-गाने के बावजूद प्रत्येक विधानसभा से 50 लोग भी नहीं ला पाए।’
बताते चलें कि विपक्षी महागठबंधन में शामिल रालोसपा प्रमुख उपेंद्र कुशवाहा ने गांधी मैदान में जदयू के कार्यकर्ता सम्मेलन पर तंज कसते हुए साफ कहा कि यहां तो हालत यह है कि पहाड़ खोदने के बाद चुहिया भी नहीं निकली’। कुशवाहा ने यह भी आरोप लगाया कि नीतीश कुमार पूरी तरह बेनकाब हो गए और अब भीड़ की चुहिया तलाशने में जुटे हैं।