नॉर्थ-ईस्ट जिले में हुई हिंसा के बाद हर इलाके में अमन कायम हो चुका है। लोग अब बिना डरे घरों से बाहर निकल रहे हैं। हिंसा में मंगलवार को इलाज के दौरान एक युवक की मौत होने से मरने वालों की संख्या 48 हो गई है। वहीं, पुलिस को हिंसा के बाद गोकुलपुरी, भागीरथी विहार और करावल नगर इलाके से मिले शवों की शिनाख्त करने में काफी परेशानी हो रही है। पुलिस ने शिनाख्त न होने वाले सभी शवों को आरएमएल अस्पताल की मोर्चरी में सुरक्षित रखवा रखा है। पुलिस हिंसा के बाद से लापता लोगों का रिकॉड इक्ट्ठा कर नालों से मिले शवों की पहचान करने का भी प्रयास कर रही है। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि पिछले कुछ दिनों से नॉर्थ-ईस्ट जिले से हिंसा की कोई कॉल नहीं आई हैं। वहीं, क्राइम ब्रांच की टीमें आईबी के जवान अंकित के हत्यारे ताहिर हुसैन की तलाश में जगह-जगह छापेमारी कर रही है। दिल्ली पुलिस ने हिंसा के दौरान 335 से अधिक मामले दर्ज कर 960 लोगों से अधिक लोगों को पकड़ा है। पुलिस सभी से पूछताछ कर मामले की छानबीन कर रही है। हिंसा के बाद से शिव विहार फेस-सात के कुछ इलाकों में रविवार और सोमवार को भी सन्नाटा था। मंगलवार को यहां भी हालात सामान्य दिखे। लोग यहां घरों से बाहर निकलते नजर आये। वहीं, नगर निगम की टीमें सड़कों पर जले पड़े वाहनों को हटाते नजर आये। लोगों ने बताया कि हिंसा के बाद से करीब 400 से अधिक मकान यहां खाली हो गए थे। मामला शांत होने के बाद वह लोग वापस अपने घर लौटने लगे है।