प्रिया सिन्हा, चीफ सब एडिटर.
वित्तीय संकट से जूझ रहे यस बैंक पर भारतीय रिजर्व बैंक द्वारा पैसे निकालने की ऊपरी सीमा निर्धारित करने के बाद से एक तरफ जहां ग्राहकों में चिंता बढ़ गई है तो वहीं, इस मुद्दे को लेकर राजनीति भी शुरू हो गई है। वहीं, कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष और सांसद राहुल गांधी ने यस बैंक को लेकर जहां मोदी सरकार पर हमला बोल दिया तो दूसरी ओर वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने यह आश्वासन दिया कि ग्राहकों का पैसा सुरक्षित है।
दूसरी ओर, राहुल गांधी ने यस बैंक को लेकर मोदी सरकार पर निशाना साधते हुए यह ट्वीट कर लिखा कि – ‘नो यस बैंक’। मोदी और उनके विचारों ने भारत की अर्थव्यवस्था को नष्ट कर दिया है…
ऐसे में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने साफ कहा कि – ‘मैं भरोसा दिलाना चाहती हूं कि यस बैंक के हर जमाकर्ता का धन सुरक्षित है… मैं रिजर्व बैंक के साथ लगातार संपर्क में हूं। उन्होंने कहा कि रिजर्व बैंक ने मुझे भरोसा दिलाया है कि यस बैंक के किसी भी ग्राहक को कोई नुकसान नहीं होगा। यस बैंक के मुद्दे को रिजर्व बैंक और सरकार विस्तृत तौर पर देख रहे हैं, हमने वह रास्ता अपनाया है जो सबके हित में होगा।
वित्त मंत्री ने कहा कि रिजर्व बैंक एक नियामक के तौर पर यस बैंक के मुद्दे का तेजी से समाधान करने की दिशा में काम कर रहा है, यह कदम जमाकर्ताओं, बैंक और अर्थव्यवस्था के हित में उठाए गए हैं। उन्होंने कहा कि यस बैंक के ग्राहकों के लिए 50,000 रुपये की सीमा में पैसा निकालना सुनिश्चित करना सबसे पहली प्राथमिकता है।
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व वित्त मंत्री पी चिदंबरम ने यह दावा कर दिया कि भाजपा छह साल से सत्ता में है। वित्तीय संस्थानों को नियंत्रित और विनियमित करने की उनकी क्षमता उजागर होती जा रही है। उन्होंने आगे सवाल यह भी किया कि पहले पीएमसी बैंक, अब यस बैंक… क्या सरकार बिल्कुल भी चिंतित नहीं है??? क्या वो अपनी जिम्मेदारी से बच सकते हैं??? क्या अब कतार में कोई तीसरा बैंक है???
बताते चलें कि मुख्य आर्थिक सलाहकार कृष्णमूर्ति सुब्रमण्यम ने यस बैंक के ग्राहकों के हितों की सुरक्षा का आश्वासन दिया और कहा कि बैंक के जमाकर्ताओं का धन सुरक्षित है और बैंक के पुनर्गठन के लिए सभी विकल्पों पर विचार भी किया जा रहा है। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण के साथ बैठक के बाद सुब्रमण्यम ने संवाददाताओं से यह भी कहा कि रिजर्व बैंक ने सही कदम उठाया है और सभी जमाकर्ताओं का धन सुरक्षित है। साथ ही उन्होंने भरोसा दिलाया कि बैंक के ग्राहकों के हितों की रक्षा की जाएगी। येस बैंक के पुनर्गठन के लिए सभी विकल्पों पर विचार किया जा रहा है।