नित्यानंद /
कांग्रेस की डूबती नैया का एक खेवनहार भी पार्टी छोड़ा
मध्यप्रदेश में राजनीति भूचाल आ गयी है वहां की प्रदेश सरकार को भी संकट आ खड़ा हुआ है नेताओ को अपनी स्वार्थ जहाँ सिद्ध हो वैसे कार्य को तुरत करते है चाहे वह पार्टी छोड़ना ही क्यों न हो खैर ज्योतिराधिय सिंधिया को कांग्रेस छोड़ दिये और भाजपा में चले गये ये कोई बात नही है लेकिन कॉलेज के जमाने मे एक साथ पढ़ा लिखा राहुल गांधी का दोस्त ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कांग्रेस नही छोड़ा बल्कि एक दोस्त के साथ विश्वशघात भी है
भाजपा में शामिल हुए और पार्टी ने राज्य सभा मे भेजने की तैयारी भी शुरू कर दी भाजपा कभी ज्योतिराधिय सिंधिया की आलोचना करते नही थकती थी वही भाजपा कितनी स्वागत में लगी है वह तो जनता देख रही है बात वही है पहले कांग्रेस करती थी अब भाजपा कर रही है
भाजपा में ज्योतिरादित्य की शामिल होते ही प्रदेश सरकार पर ग्रहण लग गया अब यह प्रदेश सरकार कितनी देर तक टिकती है वह भी राहुल गांधी से लेकर कमलनाथ को सोचना है क्योकि मध्यप्रदेश में सिंधिया परिवार राजनीति की अहम किरदार होते है
कांग्रेस की राजनीति बिगड़ी तो भाजपा की बल्ले बल्ले हो गई हर दृष्टिकोण से भाजपा के हित मे है दरअसल कांग्रेस नेतृत्व भी अपने खास दोस्त को संभाल न सकी तो देश की राजनीति को खाक संभालेगी