शैलेश तिवारी, पोलिटिकल एडिटर /
कोरोना वायरस जैसे महामारी से निबटनें के लिये कॉंग्रेस व्यवस्था के साथ है। जन स्वास्थ्य के मुद्दे पर कॉंग्रेस को कोई राजनीति नहीं करनी है।हम ताली भी बजायेंगे और हम थाली भी बजायेंगे। यह एक भयावह स्थिति है, ख़ास कर बिहार जैसे राज्यों के लिये जहां आबादी का घनत्व बहुत अधिक है।पर इससे डरनें की ज़रूरत नहीं है सचेत पहनें की ज़रूरत है, ऐहतियात बर्तनों की ज़रूरत है।
राहुल जी ने स्पष्ट कहा है कि यह समय एक्सन का है।राहुल जी ने 12 फ़रवरी,2020 को ही सरकार को कोरोना के भयावहता से सचेत किया था लेकिन सरकार नहीं चेती। अब शीघ्रता शीघ्र सरकार को इन बिंदुओं पर ध्यान देते हुये युद्ध स्तर पर कार्यवाही करनी चाहिये।
सरकार को स्वास्थ्य संरचानाओं का तत्काल विस्तार करना होगा। चाहे वह अतिरिक्त बेड हो या दवाई या डाक्टरों की सुविधा या फिर चिकित्सा के उपकरण।
सरकार को लचीला होना पड़ेगा, आश्वयक सेवा जैसे अस्पताल, पुलिस,जन वितरण प्रणाली आदि को छोड़ सभी कर्मचारी को घर से ही काम करनें का आदेश देना चाहिये।
ज़रूरतमंदों को तुरंत मदद मिले, इसमें स्वयंसेवी संस्थानों की भी मदद लेनी चाहिये।
सरकार को सरकार को वित्तीय पैकेज की घोषणा तुरंत घोषणा करनी चाहिये।इनकम टैक्स, जी एस टी, गैस एवं बिजली बिल,बैंकों के इ एम आई को कुछ समय के लिये स्थगित कर देना चाहिये।
लॉक डाउन की स्थिति बन रही है, इसके लिये पूरी तैयारी की जरुरत है, ताकि इस समय आम जनता को अधिक परेशानी ना हो। ऐसे में सरकार द्वारा निर्बाध रूप से अनाज, साबुन एवं दवाईयां की आपूर्ति की व्यवस्था हो।असंगठित क्षेत्रों के लिये विशेष सहायता की घोषणा एवं व्यवस्था करनी होगी जिससे उन्हें खानें पीने की कमी नहीं हो। दैनिक मज़दूरों की स्थिति ऐसे समय और भी ख़राब हो जाती है अत: उनका ख़याल रखना आवश्यक होगा।उनके लिये राशन, साबुन एवं दवाईयों की मुफ़्त व्यवस्था हो।जो समर्थ हैं उनके घर पर ऑन ऑर्डर मूल्य लेकर राशन, दवाई आदि सप्लाई का इंतज़ाम हो।
हम इस महामारी से साथ मिलकर लडेगें और भारत से खदेड़ कर रहेंगे।बस संयम और साहस की ज़रूरत है।खुद सुरक्षित रहें और समाज को सुरक्षित रखें, अगर बहुत आवश्यक हो तभी घर से बाहर निकलें।