सरोज मिश्रा ‘अजित’
सुगौली, पूर्वी चंपारण
प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी द्वारा की गई अपील का असर देहाती क्षेत्रों में भी दिखा। इस अपील को ज्यादा से ज्यादा लोगों तक पहुंचाने का काम हड़ताली नियोजित शिक्षकों ने बखूबी निभाया; जो किसी दूसरे प्रचार माध्यम से ज्यादा असरदार साबित हुआ, क्योंकि शिक्षक जनता के सबसे करीब होते हैं।
‘जनता कर्फ्यू’ का असर इस कदर दिखी की सड़कें सूनी रही, बाजार बंद रहा, बच्चों की धमाचौकड़ी नहीं दिखी, माल मवेशी भी घर में ही रहे ,खेत खलिहानों में सन्नाटा रहा।
शाम के 5:00 बजते ही महिला -बच्चे ,युवा -बूढ़े सबों ने जिसको जो मिला थाली, घंटी, शंख, तालियों इत्यादि से 5 मिनट तक ध्वनि उत्पन्न कर वातावरण को गुंजायमान कर दिया।
एक प्रश्न के उत्तर में पंजियारवा पंचायत के मुखिया जोखू पासवान ने बताया कि सुरक्षा के लिए यह कर्फ्यू कुछ दिन और चलता है तो यहां की जनता इस में पूर्ण रुप से सहयोग करने के लिए तैयार है।’