शैलेश तिवारी, पोलिटिकल एडिटर.
मोदी जी पूरे देश में आपके लिये ताली भी बजाया और थाली भी। बधाई हो। नीतीश जी आपका भी कहा लोगों ने माना।अब थोड़ा लोगों को कोरोना वायरस जैसे महामारी से निबटनें के लिये सरकार की तैयारी भी बता दीजिये लगे हाथ। बिहार में तो कोरोना मरीज़ की पुष्टि से पहले कोरोना से हुये मौत का समाचार आ गया और आपकी व्यवस्था की पोल खुल गई।आम जनता इससे डर गई है।जैसा की हमलोगों ने पहले ही कहा कि जन स्वास्थ्य के मुद्दे पर कॉंग्रेस को कोई राजनीति नहीं करती है। कोरोना एक भयावह सत्य है, और हमारे बिहार के लिये तो ख़तरनाक भी, क्योंकि हमारी आबादी बहुत अधिक और घनी भी है।।
अगर राहुल जी के चेतावनी से हम सजग हो जाते तो शायद स्थिति अभी और भी नियंत्रण में होती।
जनता से जो आपलोगों में कहा वो जनता नें किया अब शीघ्रता शीघ्र सरकार बताये वह क्या क्या कर रही है।बिहार में आप्रवासियों की संख्या बहुत अधिक है।अत: यह भी एक चुनौती है कि कैसे उन सबों की जाँच हो और उन्हें पृथक कैसे रखा जाय? कया सरकार तैयार है? लॉक डाउन होनें जा रहा है पर कया आपनें बताया कि लोगों तक कैसे रसद, दवाई और अन्य जरुरी वस्तुयें पहुँच पायेगी। आपकी स्वास्थ्य संरचानायें बिलकुल चरमराई हुई है, उन्हें तत्काल कैसे दुरुस्त करेंगे।
हमारे पी एम और सी एम दोनों इवेंट एक्सपर्ट हैं, सो इवेंट तो हो गया।ईश्वर करे इस इवेंट से कोरोना का क़हर भारत से भाग जाये, पर यह इवेंट नाकाफ़ी है। चलो मान लिया यह एक अचछा एक्सरसाइज़ भी था पर आगे क्या ? इसका ख़ुलासा कृपया करें।
घरों में रहनें वाले तो घरों में रह सकते है पर हमारी काफ़ी आबादी के पास छत ही नहीं है, उनके लिये क्या इंतज़ाम है?
असंगठित क्षेत्रों के कर्मियों के लिये विशेष वित्तीय सहायता की घोषणा करें।
इस लड़ाई में हम सब आपके साथ हैं पर थोड़ा धरातल पर भी काम हो, परिस्थिति बहुत ही गंभीर और नाज़ुक है, यह सरकार भी जानती है और जनता भी।