कौशलेन्द्र पाण्डेय /
इस समय जहां कोरोना वायरस के कारण लोग सावधानियां बरत रहे हैं तो वहीं, बिहार के पटना में पुलिस ने किर्गिस्तान के 10 नागरिकों और 2 भारतीयों को कोरोना वायरस से संक्रमित होने का संदिग्ध मानते हुए पकड़ा है… फिल्हाल उनके नमूने जांच के लिए एम्स भेज दिए गए हैं।
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार… पटना के दीघा थाना क्षेत्र में कुर्जी मोहल्ला स्थित एक मस्जिद से पुलिस ने सोमवार को 10 विदेशी धार्मिक उपदेशकों को हिरासत में ले लिया है। इसके अलावा अन्य 2 भारतीयों को भी हिरासत में लिया गया है। कोरोना वायरस संबंधी जांच के लिए उन्हें एम्स भेजा गया।
वहीं, स्थानीय थाना प्रभारी मनोज कुमार का कहना है कि जिन लोगों को हिरासत में लिया गया है, उनमें किर्गिस्तान से आए 10 धार्मिक उपदेशक और उत्तर प्रदेश निवासी 2 लोग शामिल हैं। उन्होंने बताया कि इन लोगों को जांच के लिए पटना स्थित एम्स भेज दिया गया है।
दूसरी ओर पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार पटना के कुर्जी के गेट नंबर 74 के पास स्थित एक मस्जिद में यह विदेशी नागरिक छिपे हुए थे। मोहल्ले के लोगों को जब इसकी सूचना मिली तो वह हंगामा करने लगे। हंगामे की सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची और सभी विदेशी नागरिकों को हिरासत में लेकर अपने साथ ले गई।
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि 31 मार्च तक लॉकडाउन के फैसले के बाद बड़ी संख्या में लोग अपने गांव जा रहे हैं। ऐसे में लोग बसों की छत पर बैठकर सफर करते दिखाई दिए हैं। बिहार में अभी तक कोरोना के दो मरीज मिले हैं, पीएमसीएच में 24 घंटे में कोरोना के संदिग्ध 13 नए मरीज भर्ती हुए हैं।
फिल्हाल इनका सैंपल जांच के लिए भेज दिया गया है। यही नहीं, दूसरे देश से बिहार आए 520 लोगों को सर्विलांस पर रखा गया है। और तो और 119 संदिग्ध मरीजों को आइसोलेशन में रख दिया गया है साथ ही पटना एम्स का ओपीडी अनिश्चितकाल के लिए बंद कर दिया गया है… यहां सिर्फ इमरजेंसी मरीजों का ही इलाज किया जा रहा है।