विशाल श्रीवास्तव, मुख्य संवाददाता।
कोरोना वायरस के लिए एंटीबॉडी परीक्षण शुरू करने के लिए दुनिया में पहला देश बना भारत, यदि कोई व्यक्ति पहले वायरस से संक्रमित हो, तो इसकी पुष्टि करने के लिए भारत एंटीबॉडी परीक्षण शुरू करने के लिए दुनिया मे पहला देश के रूप में तैयार है। यह कोरोना वायरस की महामारी को समझने में मदद करेगा। भारत द्वारा अपनाई गई कार्यप्रणाली दुनिया में पहली बार है। यह एक सीरोलॉजिकल टेस्ट है जो रक्त में एंटीबॉडी की तलाश करता है। परीक्षण मौजूदा तरीकों से अलग है जो सक्रिय संक्रमण का निर्धारण करने के लिए नाक या गले की सूजन का उपयोग करते हैं। परीक्षण यह निर्धारित करता है कि क्या व्यक्ति को उनके रक्त में एंटीबॉडी की उपस्थिति के आधार पर वायरल संक्रमण था।एंटीबॉडी परीक्षण एक पुष्टिकरण परीक्षण नहीं है। हालांकि, यह निगरानी के उद्देश्य के लिए एक परीक्षण है। यह उन लोगों की संख्या के बारे में डेटा उत्पन्न करने में मदद करता है जो वायरस के संपर्क में आएंगे। ICMR (Indian Council of Medical Research) ने tandon samples पर परीक्षण किए हैं और भारत में कोई सामुदायिक प्रसारण (community transmission) शुरू नहीं हुआ है। हालांकि, विशेषज्ञों का मानना है कि भारत में सामुदायिक प्रसारण चरण में प्रवेश करने की संभावनाएं हैं।