कोरोना वायरस के कहर से लोग अभी कांप ही रहे थे कि अब दोहरी संकट बिहार में दस्तक दे चुकी है और ह है एक्यूट इंसेफेलाइटिस सिंड्रोम (एईएस) यानी कि दिमागी बुखार।
जी हां, पिछले साल दिमागी बुखार के चलते राज्य में करीब 200 बच्चों की मौत हुई थी। इस साल, दो बच्चों को यहां अलग-अलग अस्पताल में भर्ती कराया गया है। मुजफ्फरपुर के श्रीकृष्णा मेडिकल कॉलेज व अस्पताल मे इस साल पहले एईएस से पीड़ित तीन साल के बच्चे को भर्ती कराया गया है। वहीं, पूर्वी चंपारण जिले से एक लड़की को यहां भेजा गया है।
अस्पताल के अधीक्षक एस के शाही ने बताया, जिले के साकदा ब्लॉक के बाजी बुजुर्ग गांव के रहने वाले बच्चे को उसके परिवार वाले यहां लेकर आए थे। बच्चे को कुछ दिन पहले बच्चे को सर्दी हुई थी, जिसके बाद उसकी हालत बिगड़ती चली गई।
दूसरी ओर, कोरोना वायरस के कोहराम से देश के में भी अब त्राहिमाम की स्थिति बन रही है। देश के 27 राज्य इससे प्रभावित हैं। वहीं बिहार में कोरोना वायरस से संक्रमित मरीजों की संख्या बढ़कर 11 हो गई है। बिहार में कोरोना वायरस संक्रमण के एक अन्य मामले की 29 मार्च, 2020 को पुष्टि होने के बाद प्रदेश में संक्रमितों की संख्या बढ़कर 11 हो गई। इसमें मुंगेर निवासी का मरीज भी शामिल है, जिसकी 21 मार्च को मौत हो गई थी।
प्रिया सिन्हा
चीफ सब एडिटर.