भारत महामारी को कैसे नियंत्रित कर सकता है और SARS कोरोनावायरस 2 संक्रमण को रोकने के लिए आपको क्या करना चाहिए-
1. सोशल डिस्टेंसिंग और सेल्फ आइसोलेशन- जैसे कि कोरोनावायरस संक्रमित व्यक्ति बिना किसी लक्षण के पूरी तरह से स्वस्थ दिख रहा है, बीमारी को फैलाने में सक्षम है। हालिया उदाहरण ब्रिटेन के पीएम और यूके के हेल्थ सेक्रेटरी का है, जो लगता है कि सबक्लिनिकल प्रसार से SARS कोरोनोवायरस 2 संक्रमण का अधिग्रहण कर लिया है। इसलिए घर पर रहें और सुरक्षित रहें सबसे अच्छा हस्तक्षेप है। यदि आपको किसी भी आपात स्थिति जैसी स्थिति के लिए बाहर जाना है, तो सुरक्षित दूरी बनाए रखें, दूसरों से कम से कम 6 फीट की दूरी पर रहें और ये सोचें कि आप जिन लोगों के साथ बातचीत कर रहे हैं, वे अन्य सब इस वायरस से संक्रमित व्यक्ति हैं जिनमे अभी लक्षण नही आये हैं और उन सभी सावधानियों को अपनाएं जिनसे आपको खुद को सुरक्षित रखना है। किसी भी वस्तु को छूने से पहले और बाद में साबुन से 20 सेकंड के लिए हाथ धोना, मास्क का उपयोग और बराबर हैंडवाशिंग की आदत!
अच्छी गुणवत्ता वाले मास्क / एन 95 मास्क का उपयोग खांसी, बुखार या छींकने के लक्षणों वाले व्यक्तियों के लिए अनिवार्य है! रोगियों के साथ काम करने वाले फ्रंटलाइन कार्यकर्ता भी इसका उपयोग करें और किसी अन्य के लिए संक्रमण से सुरक्षित रखने के लिए किसी भी बाध्यकारी कारण के लिए बाहर जाने वाले व्यक्ति मास्क का प्रयोग करें!
यदि आपके पास कोई सामान्य सर्दी के लक्षण हैं, तो अपने आप को 14 दिनों के लिए घर में अलग रखें और डॉक्टरों की सलाह के अनुसार दवाएं लें। यदि बुखार और खांसी जारी है और आपको श्वास समन्धित समस्या बढ़ रही है तो तुरंत निर्धारित परीक्षण केंद्रों से कोरोनोवायरस के लिए अपना परीक्षण करवाएं। इस बीमारी की हेल्पलाइन नंबर नेट पर हैं और आप उसकी मदद ले सकते हैं। यदि आप संक्रमित हैं तो अपने आप को अलग-थलग रखने से आप दूसरों को सामान्य सर्दी के प्रसार या कोरोनोवायरस के प्रसार को रोकने में मदद कर सकते हैं।
यदि आपको विदेश से आने वाले किसी व्यक्ति या किसी भी ऐसे व्यक्ति से संपर्क हुआ है, जिसके पास सामान्य सर्दी और बुखार के लक्षण थे, तो आपको खुद पर संक्रमण होने का संदेह करना होगा।
खुद को स्वस्थ रखना बहुत जरूरी है। ताजे फल, हरी सब्जियां, विटामिन डी, विटामिन सी जैसे नीबू, संतरा, मल्टीविटामिन आदि का सेवन करें और व्यायाम करते रहें। सिगरेट सेवन करने वालों में ये रोग गंभीर रूप ले सकता है इसलिए सिगरेट का सेवन छोड़ दें ! दम्मा के रोगी ठंड और धूल धुंआ से परहेज करें !आपके फेफड़ों के कोशिकाओं को स्वस्थ रखने में अनुलोम विलोम जैसे श्वसन व्यायाम बेहद मददगार हैं। 6 से 8 घंटे की नींद से शरीर की प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है एवं शरीर और मस्तिष्क स्वस्थ्य रहता है !
पैक्ड फ्रोजन फूड खाने से बचें।
अपने कमरे को हवादार रखें और देखें कि यदि संभव हो तो आप 10 मिनट के लिए पर्याप्त सुबह की धूप का सेवन करें!
यदि आप कोरोनोवायरस से संक्रमित पाए जाते हैं तो स्वास्थ्य अधिकारियों के साथ सहयोग करें एवं उनके द्वारा दिये गए मार्गदर्शन को अपनाएं। लगभग 80% कोरोनोवायरस संक्रमण को शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली शरीर से वायरस को नष्ट कर देती है, लेकिन लगभग 20% संक्रमण गंभीर हो सकते हैं जिसमें अस्पताल में इलाज और गहन देखभाल की आवश्यकता हो सकती है। उनमे से करीब 5 प्रतिशत अत्यन्त गंभीर रूप ले सकते हैं । कुछ दवाएं कुछ गंभीर रोगियों में काम करती देखी गयी हैं और डॉक्टर गंभीर रोगियों के लिए केस टू केस के आधार पर उन्हें उपयोग में ला सकते हैं। जो लोग मधुमेह, उच्च रक्तचाप, किडनी की समस्या, हृदय संबंधी समस्याओं आदि से पीड़ित हैं, उन्हें डॉक्टर की सलाह के अनुसार अपनी दवा जारी रखनी चाहिए और अपने मापदंडों जैसे रक्त शर्करा, रक्तचाप और अन्य स्वास्थ्य मापदंडों को नियंत्रण में रखना चाहिए।
Social Distancing और isolation के साथ हम अपनी स्वास्थ्य प्रणाली और अस्पतालों पर इस रोग के कारण पड़ते तीव्र बोझ को कम कर सकते हैं। हमें अधिक से अधिक संदिग्धों का परीक्षण करना है। इसके लिए हमें एलिसा एंटीबॉडी टेस्ट और प्वाइंट ऑफ केयर किट टेस्ट जैसे फास्ट टेस्ट चाहिए। हमारे इम्यूनोलॉजी रिसर्च लैब, डीआरडीओ और प्राइवेट लैब को जल्द से जल्द ऐसा करने की सुविधा दी जानी चाहिए। तेजी से परीक्षण से हम सकारात्मक मामलों की जल्द पहचान कर सकते हैं और उन्हें अलग किया जा सकता है ताकि दूसरों तक इस बीमारी के संचरण को कम से कम किया जा सके। सुदूर ग्रामीण क्षेत्रों में आंगनवाड़ियों,ANM और अन्य स्वास्थ्य कार्यकर्ता थर्मल स्कैनर से बुखार देखने लोगों के घर-घर जा सकते हैं और स्क्रीनिंग के बाद बुखार और खांसी के ग्रस्त पाए जाने पर उन्हें समय रहते अन्य लोगों से अलग किया जा सकता है और आगे के प्रबंधन के लिए नजदीकी पीएचसी या सदर अस्पताल में भेजा जा सकता है।
संक्षेप में, वर्तमान में हमें घर पर रहना है और सुरक्षित रहना है और इस बीच परीक्षण में काफी वृद्धि करनी है और युद्धस्तर पर contact tracing करनी है। हमें इस बदली हुई जीवनशैली को तब तक बनाये रखना है जब तक हमें COVID 19 के खिलाफ प्रभावी वैक्सीन और प्रभावी एंटीवायरल नहीं मिल जाता है।
शैलेश तिवारी, पोलिटिकल संपादक