देश की राजधानी दिल्ली में जहां एक ओर लगातार कोरोना वायरस (Coronavirus) के मामले दिन प्रति दिन बढ़ते ही जा रहे हैं और अब इस निजामुद्दीन मामले ने शासन और प्रशासन दोनों के ही टेंशन और ज्यादा बढ़ा दी है।
इस खौफनाक घटना की खबर तब सामने आई जब तेलंगाना में कोरोना संक्रमित 6 लोगों की मौत हो गई। बताया जा रहा है कि ये सभी वह लोग थे जिन्होंने दिल्ली के निजामुद्दीन स्थित तब्लीगी जमात के मरकज (सेंटर) के कार्यक्रम में शामिल हुए थे। इस धार्मिक कार्यक्रम में देश के अलग-अलग हिस्सों से लेकर दुनिया के कई देशों के लोग बढ़-चढ़कर शामिल हुए थे। और तो और इसमें मलेशिया और इंडोनेशिया से आए लोग भी शामिल हुए थे। इस मामले के सामने आने के बाद अब केंद्र और राज्य सरकार दोनों उन लोगों को ढूंढने में जुट गई हैं, जिन्होंने इस कार्यक्रम में हिस्सा लिया था।
क्या मात्र मजहब के लिए हम अपने देश के ही खिलाफ चले जाएंगे… जब कोरोना वायरस के खतरे की वजह से देश लॉकडाउन में है तो फिर इस तब्लीगी जमात को आयोजित करने की क्या ज़रूरत थी… क्या यह जान बुझकर कोरोना वायरस को बुलावा देना नहीं हुआ???
निजामुद्दीन मामले ने मानो तो सरकार की कोशिशों पर पानी फेरने जैसा काम कर दिया है। जानकारी के मुताबिक, तब्लीगी जमात मरकज से जुड़े 24 लोग कोरोना पॉजिटिव (Nizamuddin Markaz Coronavirus Case) निकले हैं। इसके अलावा दिल्ली के दो अलग-अलग अस्पतालों में 228 संदिग्ध मरीजों को भी भर्ती कराया गया है। जिनकी रिपोर्ट आनी अभी बाकी ही है। जिस वजह से कोरोना संक्रमण के खतरे की संभावना बढ़ गई है, जिसने हर किसी को चिंतित कर दिया है।
इस खबर के बाद क्या आपके मन में यह सवाल नहीं आता कि भला यह कैसा धर्म के प्रति पागलपन कि इंसान अपनी जान व साथ ही दूसरे की भी जान खतरे में डडाल दें। अल्लाह के नाम पर लोगों को भड़काने वाले ऐसे मौलाना को शर्म आनी चाहिए… इस घड़ी में जहां हमें हर एक कदम फूंक-फूंक कर रखना है तो वहीं इस मौलाना साद ने अपनी बेवकुफी का परिचय देते हुए तब्लीगी जमात का ही आयोजन कर डाला।
बताते चलें कि निजामुद्दीन स्थित मरकज में जहां मार्च में तबलीगी जमात का आयोजन हुआ था उसे पूरी तरह खाली करा लिया गया है और खाली कराने के बाद इसे सील भी कर दिया गया है। इस इलाके में और मरकज भवन के सैनिटाइजेशन का काम शुरु हो चुका है। वहीं, तबलीगी जमात का आयोजन करने वाले मौलाना साद समेत छह लोगों पर प्राथमिकी दर्ज की गई है। इससे पहले निजामुद्दीन स्थित मरकज में आयोजित इस जलसे में शामिल लोगों की पहचान कर उन्हें क्वारंटीन किया जा चुका है।
प्रिया सिन्हा
चीफ सब एडिटर.