झारखंड ।धनबाद मे निजामुद्दीन मरकज में शामिल होने वाले लोगों की तलाश में सिन्दरी पुलिस ने गुप्त सूचना के आधार पर गोविंदपुर से आकर सिन्दरी के सिन्दरी बस्ती नौकाघाट से पश्चिम बंगाल अपने घर लौटने के क्रम में पुलिस ने दस जमातियों को गिरफ्तार कर बलियापुर प्रखंड स्थित प्रखंड स्तरीय नियंत्रण कक्ष भेज दिया। जहाँ से एंबुलेंस के माध्यम से पीएमसीएच धनबाद में जाँच के बाद सदर अस्पताल धनबाद में 14 दिनों के लिए क्वारंटाइन किया जाएगा।
उन जमातियों ने बताया कि वे लोग पश्चिम बंगाल के पुरुलिया जिला के पालोनजा गाँव के निवासी हैं और जमातियों के जिम्मेदार के रूप में दो लोग पश्चिम बंगाल के कुकुराटाँगा गाँव निवासी आलम अंसारी और साबिर अंसारी उन्हें लेकर विगत 21 फरवरी को गोविंदपुर थाना क्षेत्र के खैरुनीसा मस्जिद में लेकर आए थे। वहाँ एक दिन जमात के बाद गोविंदपुर भित्तीया के इदगाह मस्जिद, आसनबनी के जामा मस्जिद, गोरांगडीह मस्जिद, कंचनडीह के जामा मस्जिद, निरसा थाना क्षेत्र के पाण्ड्रा स्थित खैरुन आलम मस्जिद, निरसा राँगामाटा नई मस्जिद में जमातें की। उसके बाद 21 मार्च से 1 अप्रैल तक सहराज मस्जिद, गोविंदपुर में जमात करने के बाद दो जिम्मेदारों के साथ वापस घर लौट रहे थे। उन्होंने बताया कि उन दस लोगों को 12 बाइक के सहयोग से गोविंदपुर से सुबह 7 बजे सिन्दरी बस्ती नौकाघाट छोड़कर सभी बाइक सवार वापस लौट गए। वहीं उनलोगों ने एक और खुलासा किया कि इन जमातियों के जिम्मेदार दोनों लोग बलियापुर थाना क्षेत्र में किसी दोस्त या रिश्तेदार के यहाँ छिपे हैं। उन्होंने यह भी बताया कि पश्चिम बंगाल निवासी खुर्शीद अंसारी सिन्दरी बस्ती नौकाघाट से वापस लेने के लिए नौका भेजने की तैयारी कर रहे थे और ये लोग सुबह से ही उसी नौका के इंतजार में थे। उन्होंने बताया कि खुर्शीद पश्चिम बंगाल घाट पर इनका इंतजार कर रहे थे और दूरभाष पर संपर्क साधे हुए हैं।
सिन्दरी थाना प्रभारी सह निरीक्षक राज कपूर ने बताया कि सिन्दरी बस्ती नौकाघाट से कुल दस जमातियों को गिरफ्तार किया गया है और उन्हें बलियापुर प्रखंड स्थित प्रखंड स्तरीय नियंत्रण कक्ष एक टेंपो के माध्यम से भेजा गया है।
अजित कुमार सिंह, संवाददाता