केंद्र एवं बिहार सरकार ने उठाए हैं महत्वपूर्ण कदम, अश्विनी चौबे ने बिहार के मुख्यमंत्री, उप मुख्यमंत्री और कृषि मंत्री से बात की, गेहूं का न्यूनतम समर्थन मूल्य 1925 रुपये प्रति क्विंटल निर्धारित किया गया है, धान की खरीदारी 30 अप्रैल तक के लिए बढ़ा दी गई.
केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण राज्यमंत्री श्री अश्विनी कुमार चौबे ने कहा कि लॉक डाउन के बावजूद फसलों की कटाई पर विपरीत प्रभाव न पड़े, इसके लिए केंद्र एवं राज्य सरकार ने महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं। किसानों को किसी तरह का नुकसान ना हो, यह सरकार की प्राथमिकता में है। किसानों एवं खेतिहर मजदूरों का विशेष ख्याल रखा जा रहा है।
हाल ही में बड़ी संख्या में बक्सर, कैमूर, सासाराम, भागलपुर सहित अन्य जिलों से किसानों ने फसल कटाई को लेकर केंद्रीय स्वास्थ्य राज्यमंत्री श्री चौबे को अपनी चिंता से अवगत कराया था। इसके उपरांत श्री चौबे ने मुख्यमंत्री एवं उप मुख्यमंत्री से बातचीत की थी। राज्य सरकार ने महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए फसल कटाई में किसानों एवं मजदूरों को किसी तरह की परेशानी ना हो, इसे लेकर आदेश निर्गत कर दिए हैं। इससे किसानों में खुशी की लहर है। फसल कटाई की मॉनिटरिंग डीएम खुद करेंगे जिससे किसानों को किसी तरह की समस्या का सामना ना करना पड़े।
केंद्रीय स्वास्थ्य राज्य मंत्री श्री चौबे ने बिहार के सहकारिता मंत्री राणा रणधीर से भी बातचीत की। उन्हें फसल कटाई के उपरांत फसलों के खरीद संबंधित चर्चा की। गेहूं का न्यूनतम समर्थन मूल्य 1925 रुपये प्रति क्विंटल निर्धारित किया गया है। धान की खरीदारी 30 अप्रैल तक के लिए बढ़ा दी गई है।
केंद्रीय स्वास्थ्य राज्य मंत्री श्री चौबे ने कहा कि इसका ख्याल रखा गया है फसल कटाई में लगने वाली मशीनों की आवाजाही में किसी तरह की परेशानी ना हो। कृषि का नुकसान ना हो, यह सरकार की पहली प्राथमिकता में है। ऐसे में किसान भाइयों को चिंतित होने की आवश्यकता नहीं है। प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि एवं प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना जैसी कल्याणकारी किसान संबंधी योजनाओं का लाभ किसान भाइयों तक पहुंच गया है। केंद्र एवं राज्य सरकार किसानों के कल्याण के लिए लगातार कार्य कर रही है।
शैलेश तिवारी /पोलिटिकल एडिटर.