असरफ केसरिया(पूर्वी चम्पारण)नोवेल कोरोना वायरस जैसी खतरनाक महामारी से बचने के लिये भारत सरकार द्वारा कई नियम लगाये गये है।तथा इस महामारी से बचाव के लिये पूरे भारत मे 21 दिन का लॉक डाउन होते ही भी जुए की दरबार सजने लगी है। नगर क्षेत्र में भी इसका अधिक बोलबाला है। वही महम्मदपुर गांव से सटे खुले मैदान में पं0 केसरिया लोहरगांवा पंचायत से मुखिया के प्रत्याशी रह चूके मून्ना महतो के नेतृत्व में गांव अन्य लोगों के साथ सोसल डिस्टेंसिग का माखौल उड़ाते एक साथ बैठ कर जूआ खेलते बिडियो वायरल हुआ।जहां उन्होंने मुंह पर मास्क भी नही लगाया था।वही मैदान में यत्र तत्र थूकते भी देखे गए।वही जूए की दरबार लगाने वाले सोशल डिस्टेसिंग की भी धज्जियां उड़ा रही हैं।वही किसी के चेहरे पर मास्क नही सभी लोगों एकत्रित होकर जूए खेलने में लीन है।जो सीधा पुलिस प्रशासन के गस्ति को चूनौती दे रहा है। ऐसा नहीं है कि इसकी जानकारी पुलिस को नहीं है।गौरतलब हो कि लॉक डाउन होने के बाद लोगों से साफ कह दिया गया कि कोरोना को हराना है तो घरों में ही रहना होगा। सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करना होगा। हाथ भी धोते रहना है। भीड़ न जुटे इसके लिए धारा 144 भी लागूू कर दी गई है। वहीं इन सबको दरकिनारे करते हुए जुआरियों ने दरबार लगानी शुरू कर दी है।विदित हो कि जहां एक तरफ समाज का हर तबका लाकडाउन में खुद को घर में बंद किए हुए है। जरूरी सामान लेने जाने वालों पर भी पुलिस लाठी बरसा दे रही है, वहीं जुआ खेलने वाले चिन्हित लोगोें को वाहन सहित जुए के अड्डों पर छापेमारी क्यों नही कर रही है।वहीं डीएम शिर्षत कपिल असोक ने कोरोना से जंग में दिन रात एक किए हुए हैं। शहर को सैनिटाइज कराने से लेकर लॉक डाउन को पालन कराने में पसीना बहा रहे हैं। कहीं भीड़ न जुटे इसके भी प्रयास कर रहे हैं। ऐसे में जूएड़ियों के द्वारा सजने वाली जुए की दरबार कोरोना से लड़ाई में बाधक बन रही है।इस संदर्भ में प्रसाशनिक अधिकारी से पुछने पर कोई संतोषजनक जवाब नहीं दिया।